Gujarat ATS ने पकड़े 4 विदेशी आतंकी, पाकिस्तान बैठा था हेंडलर
Gujarat ATS आतंकियों का आका अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। कश्मीर में नकेल कसने के बाद अब वो श्रीलंका में अपने स्लीपर सेल को भारत भेज रहा है। गुजरात की एटीएस ने आईएसआईएस के ऐसे ही चार आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इन आतंकियों के नाम मोहम्मद नुसरथ, मोहम्मद नफरान, मोहम्मद फारिस और मोहम्मद रासदीन है।
गुजरात एटीएस के पुलिस उपमहानिरीक्षक विकास सहाय ने मीडिया को बताया कि चारों आतंकवादी श्रीलंका के मूल निवासी हैं और इस्लामिक स्टेट की विचारधारा से कट्टरपंथी बने थे। उन्होंने कहा, वे केवल तमिल बोलते हैं और हिंदी या अंग्रेजी नहीं समझते हैं। उन्होंने कहा, आईएसआईएस के सदस्य पहले कोलंबो से चेन्नई पहुंचे और बाद में रविवार, 19 मई को अहमदाबाद पहुंचे।
उन्होंने कहा कि “हमें जानकारी मिली कि चार आतंकवादी 18 या 19 मई को ट्रेन या फ्लाइट से अहमदाबाद पहुंचने वाले थे… प्राप्त जानकारी के आधार पर टीमों का गठन किया गया और रणनीति बनाई गई… दक्षिण से आने वाली ट्रेनों और उड़ानों की यात्री सूची विश्लेषण किया गया… वे चारों इंडिगो की उड़ान के माध्यम से एक ही पीएनआर नंबर पर चेन्नई से अहमदाबाद की यात्रा कर रहे थे, पुष्टि के लिए कोलंबो में भी सत्यापन किया गया था।”
सहाय ने बताया कि गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) की एक टीम ने आरोपियों के पास से जब्त किए गए मोबाइल फोन पर मिले भू-निर्देशांक और तस्वीरों के आधार पर अहमदाबाद के नाना चिलोडा इलाके में एक स्थान पर लावारिस पड़ी तीन पाकिस्तान निर्मित पिस्तौल और 20 कारतूस बरामद किए।
डीजीपी सहाय ने कहा कि आतंकवादी पाकिस्तान में अबू नाम के इस्लामिक स्टेट ऑपरेटिव के संपर्क में आए। उसने उन्हें गुजरात में आत्मघाती हमले करने का काम सौंपा था और बम बनाने के लिए उन्हें 4 लाख रुपये दिए थे।
डीजीपी ने कहा कि उनके फोन को स्कैन करने पर पुलिस को अहमदाबाद के पास कुछ स्थानों का उल्लेख मिला, जहां वे आतंकी हमले कर सकते थे।
सूत्रों के मुताबिक, उन्हें यहूदियों के लिए महत्वपूर्ण जगहों को निशाना बनाने का भी काम सौंपा गया था। सूत्रों ने कहा कि उन्हें भाजपा और आरएसएस के कुछ हिंदू नेताओं की लक्षित हत्याएं करने का भी काम सौंपा गया था।