पेपर लीक प्रकरण: राजस्थान कांग्रेस के नेताओं पर ईडी की छापेमारी, सीएम गहलौत के बेटे को FEMA उल्लंघन का सम्मन
पेपर लीक प्रकरण (Paper leak case): राजस्थान में गुरुवार की सुबह बड़ी हलचल के साथ हुई। कारण यह रहा कि कांग्रेस के कई नेताओं के घरों और दफ्तरों पर ईडी ने पेपर लीक प्रकरण में एक साथ छापेमारी की। कांग्रेस के जिन नेताओं पर ईडी ने कार्रवाई की है उनें राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और विधायक प्रत्याशी ओमप्रकाश हुड़ला शामिल हैं।
इसके अलावा ई़डी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलौत के बेटे वैभव गहलौत को भी सम्मन भेजकर मुख्यालय में पेश होने का आग्रह किया है। वैभव गहलौत को भेजे गए सम्मन में फेमा कानून 1999 के उल्लंघन का जिक्र है। ईडी ने कहा कि वो ( वैभव गहलौत) अपनी सफाई में आवश्यक दस्तावेज लेकर मुख्यालय में पेश हों।
वैभव गहलोत को मिले ईडी के समन नोटिस को खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स के ज़रिये सार्वजनिक रूप से जारी किया। इसके साथ ही उन्होंने दो तस्वीरें और साझा कीं, जिसमें से एक प्रियंका गांधी के साथ झुंझुनू कार्यक्रम की है और एक तस्वीर डोटासरा के ठिकानों पर ईडी की दबिश कार्रवाई की है।
सीएम गहलोत ने लिखा, ‘दिनांक 25/10/23 राजस्थान की महिलाओं के लिए कांग्रेस की गारंटियाँ लॉंच। दिनांक 26/10/23 राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह जी डोटासरा के यहाँ ED की रेड। मेरे बेटे वैभव गहलोत को ED में हाज़िर होने का समन।
अब आप समझ सकते हैं, जो मैं कहता आ रहा हूँ कि राजस्थान के अंदर ED की रेड रोज़ इसलिए होती है क्योंकि भाजपा ये नहीं चाहती कि राजस्थान में महिलाओं को, किसानों को, गरीबों को कांग्रेस द्वारा दी जा रही गारंटियों का लाभ मिल सके।’ इसके बाद सीएम गहलौत ने एक मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी अपनी संभावित हार को टालने के लिए कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं को भयभीत कर रही है। बीजेपी ईडी को हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही है।
कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ईडी, इनकम टैक्स की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा शुरू से ही केंद्र और बीजेपी पर हमलावर रहे हैं। डोटासरा ने कई बार कई मंचों से बयान दिए थे कि हम तो इंतजार कर रहे हैं कि कब ईडी और इनकम टैक्स आती है। ईडी और इनकम टैक्स से वो डरता है, जिसने कुछ गलत किया हो, हम तो इंतजार कर रहे हैं कि कब ईडी आती है?
बृहस्पतिवार सुबह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और महवा विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार ओमप्रकाश हुड़ला के कई ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने छोपेमारी की। मामला पेपर लीक से जुड़ा है। ईडी की टीमें दौसा जिले में महवा मंडावार रोड पर हुड़ला पेट्रोल पंप पर स्थित हुड़ला के आवास, महवा में होटल और जयपुर में आवास पर पहुंची। हुड़ला के कुछ सहयोगियों के घर पर भी छापे की खबर है।
ओम प्रकाश हुड़ला दौसा जिले की महवा तहसील के हुड़ला गांव के रहने वाले हैं। वे सोशल मीडिया में काफी चर्चित हैं। हुड़ला किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता शिवचरण मीणा किसान थे। राजनीति में कदम रखने से पहले ओम प्रकाश हुड़ला कस्टम विभाग में अधिकारी थे।
ओम प्रकाश हुड़ला को वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता है। हुड़ला ने 2013 में राजनीति में भाग्य आजमाया और महवा से भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीता। हुड़ला ने भाजपा से बागी होकर राजपा में शामिल होने वाले किरोड़ीलाल मीणा की पत्नी गोलमा देवी को महवा सीट से चुनावी दंगल में पटखनी दी। चुनाव जीते तो मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सरकार में ओम प्रकाश हुड़ला संसदीय सचिव भी बने।
2018 के विधानसभा चुनाव से पहले किरोड़ीलाल की भाजपा में वापसी हो गई। किरोड़ी और हुड़ला के बीच छत्तीस का आंकड़ा है। ऐसे में किरोड़ीलाल मीणा नहीं चाहते थे कि हुड़ला को महवा से टिकट मिले। भाजपा ने किरोड़ी का मान रखा और महवा से हुड़ला की जगह किरोड़ीलाल मीणा के भतीजे राजेंद्र मीणा को भाजपा उम्मीदवार बनाया।
ओमप्रकाश हुड़ला ने भी उस समय कहा था कि किरोड़ीलाल मीणा की वजह से उनका टिकट काटा गया। हुड़ला के मुताबिक किरोड़ी के भाजपा ज्वाइन करते समय मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उन्हें महवा से ही चुनाव लड़वाने की बात कही थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद ओम प्रकाश हुड़ला ने भाजपा से बागी होकर बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ा और राजेंद्र मीणा को हराकर चुनाव जीता।
निर्दलीय चुनाव जीतने के बाद हुड़ला गहलोत के समर्थन में आ गए। ओमप्रकाश हुड़ला को इस बार कांग्रेस ने टिकट देकर बड़ा दाव खेला है। महुवा सामान्य विधानसभा सीट पर लगातार तीसरी बार ओमप्रकाश हुड़ला चुनाव मैदान में हैं। इस सीट पर कांग्रेस लगातार चार चुनाव हार चुकी है। महवा विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक ओमप्रकश हड़ला को कांग्रेस का टिकट देने पर कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस के ही कुछ लोगों ने डोटासरा और हुड़ला के खिलाफ ईडी को सबूत मुहैया करवाए हैं। इसी तरह वैभव गहलौत के खिलाफ सबूत भी कांग्रेस खेमे से लीक गए हैं।
हालांकि ईडी ने वैभव गहलौत को सम्मन जारी करते हुए कहा कि वो जयपुर या दिल्ली जहां चाहें अपनी सुविधा अनुसार पेश हो सकते हैं, लेकिन उन्हें यह सूचना पहले से देनी होगी कि वो कहां पेश होना चाहते हैं।