Diwali 2023: एक बार फिर बनेगा रिकॉर्ड, 21 लाख दीपों से जगमगाएगी अयोध्या
Ayodhya Diwali 2023: वैसे तो बीते कई सालों से अयोध्या की दिवाली विश्व कीर्तिमान बना रही है, लेकिन इस बार फिर से एक नया रिकार्ड बनने वाला है।
22 जनवरी को रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसके पहले आ रही दिवाली पर अयोध्या नगरी एक बार फिर नया रिकार्ड बनाएगी। जहां अयोध्या में 21 लाख दीपों से अयोध्या को रोशन करने की तैयारी है।
बीते छह सालों से बन रहा रिकार्ड
अयोध्या की नगरी तो वैसे भी यादगार रहती है, लेकिन इस बार की बात की कुछ और रहेगी। अयोध्या दीपोत्सव कार्यक्रम की भव्यता अब पूरी दुनिया में महशूर है। आपको बता दें बीते छह साल पहले यानि वर्ष 2017 से शुरू हुआ दीपोत्सव हर साल यहां नया कीर्तिमान रचाता है।
इस बात अबधपुरी में 21 लाख दीपों के साथ दिवाली पर रोशन करने की तैयारी है। इसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करके उन्हें जरूरी दिशा निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।
दुनिया में बनाई पहचान
दिवाली को महज 6 दिन बचे हैं। ऐसे में एमपी के उज्जैन महाकाल में दीपोत्सव की बात हो या फिर यूपी के रामलाल के अयोध्या की, दिवाली खास होती है। अयोध्या दीपोत्सव का कार्यक्रम अपनी भव्यता के लिए पूरी दुनिया में पहचाना जाने लगा है।
वर्ष 2017 से प्रतिवर्ष दीपोत्सव एक नवीन कीर्तिमान बना रहा है। इस वर्ष भी 21 लाख दीपों से अवधपुरी जगमग करने की तैयारी है। इसके लिए दीप, तेल, बाती, स्थान, स्वयंसेवकों आदि की पुख्ता व्यवस्था की जा रही है।
प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की बैठक
ऐसे में समारोह की गरिमा का पूरा ध्यान रखा जाना भी आवश्यक है। इसी क्रम में सभी तैयारियां समय से पूरा करने के प्रयास हो रहे हैं। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ हुई एक प्रदेश स्तरीय बैठक में अपनी मंशा साफ कर दी।
उन्होंने अधिकारियों को कहा है कि दीपोत्सव, उल्लास का अवसर है और इस दौरान आमजन की भावनाओं का ध्यान रखना पुलिस का नैतिक कर्तव्य है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं है।
दीपोत्सव है परंपरा का हिस्सा
ये तो सभी जानते हैं कि 14 वर्ष के वनवास के बाद भगवान श्रीराम के अयोध्या वापस लौटने पर दीपोत्सव मनाया गया है। यह हजारी सनातन परंपरा का एक हिस्सा है।
साथ ही इस अयोध्या वापसी का एक प्रतीकात्क त्योहार भी है।
भरत मिलाप का होगा चित्रण
आपको बता दें अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव में सुबह अयोध्या दीपोत्सव में भगवान श्रीराम की अयोध्या वापसी, भरत मिलाप, श्रीराम राज्याभिषेक आदि प्रसंगों का प्रतीकात्मक चित्रण भी होगा। सरयू मइया की आरती भी उतारी जाएगी। इतना ही नहीं इस बार खास ये रहने वाला है कि चार देशों और 24 प्रदेशों की रामलीलाओं का मंचन इस बार यहां पर खासतौर पर किया जाएगा। इसे देखने के लिए पूरी दुनिया के साथ—साथ भारत की नजर रहेगी।
सजेगी अयोध्या, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
दीपोत्सव की भव्यता निहारने बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन की सहभागिता होगी। मुख्य समारोह के अतिरिक्त अयोध्या नगर के सभी धार्मिक स्थलों, मठ-मंदिरों की सजावट भी होगी। ऐसे में यहां न सिर्फ भगवान के भक्तों बल्कि विदेशी पर्यटकों का जमवाड़ा भी होगा। क्षेत्रीय जनमानस के आने से यहां की भीड़ को नियंत्रित करना और उन्हें अनुशासित रखना भी चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। इसे ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने का कार्य भी शुरू हो चुका है।
देख पाएंगे सीधा प्रसारण
अगर आप अयोध्या जाए बिना वहां की दिवाली का आनंद घर बैठे लेना चाहते हैं तो इसके लिए आपको लाइव टेलीकास्ट की सुविधा दी जाएगी। इसके लिए अयोध्या जनपद में जगह-जगह पर समारोह का सीधा प्रसारण का इंतजाम भी किया गया है। ताकि अधिकाधिक लोग, दीपोत्सव से जुड़ कर इसका आनंद उठा सकें।
स्थान का चयन
अयोध्या से लोगों को घर बैठे सीधा प्रसारण का मजा मिल सके इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं। साथ ही प्रसारण विभाग द्वारा अभी से स्थलों का चयन किया जा रहा है। ताकि प्रसारण की व्यवस्थाओं को पुख्ता किया जा सके। राम की पैडी और ऐसे ही अन्य स्थलों पर प्रसारण के परीक्षण का कार्य अबाध गति से चल रहा है। व्यवस्था में जुड़े लोग और कार्यकर्ता रात में भी इसका ट्रायल कर रहे हैं।
आवाजाही की सही व्यवस्था
दीपोत्सव के दौरान बड़ी संख्या में भक्तों के पहुंचने की उम्मीद है। यही कारण है कि पुलिस प्रशासन और मंदिर प्रबंधन द्वारा किसी भी प्रकार की कमी नहीं छोड़ी जा सकती। इसके लिए उचित व्यवस्था के इंतजाम किए जा रहे हैं। लोागें को आने जाने के लिए हर बिंदु पर एक प्लानिंग के तहत कार्य चल रहा है।
खासतौर पर महिलाओं, बच्चों और विदेशी कलाकारों को सुरक्षित घर तक पहुंचाने की व्यवस्था भी की जा रही है। किसी भी प्रकार की भगदड़ की स्थिति न बने इसके लिए भी पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हें। मंदिरों में भी भीड़ की सम्भावना के दृष्टिगत 24×7 पुलिस बल की तैनाती किए जाने की तैयारी है।