Ram Ke Naam हाईटेक ठगी, दिल्ली-यूपी में शिकायत दर्ज की गई
कुछ लोग ऐसे धूर्त होते हैं कि वो Ram ke Naam पर भी ठगी करने का मौका नहीं चूकते हैं। लोगों को चूना लगा ही देते हैं। जब मौका जनभावनाओं का हो तो ऐसे धूर्त और भी ज्यादा कामयाब हो जाते हैं। ऐसे लोग धार्मिक भावनाओं को भी हाई टेक ढंग से ठगते हैं। ऐसी खबरें दिल्ली और यूपी से आ रही थीं कि कुछ लोग अयोध्या धाम में बन रहे श्री राम मंदिर के नाम पर चंदा इकट्ठा कर रहे हैं। इन धूर्त लोगों ने हिंदू संगठनों से मिलते-जुलते नामों की रसीदें छपवा रखी हैं।इन रसीदों पर भगवान राम का वही चित्र अंकित है जो विश्वहिंदू परिषद के निमंत्रण पत्र पर अंकित है।
भगवान राम के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा के दिन देश भर में मनेगी दीवाली
विश्व हिंदू परिषद को जब इस बात का पता चला तो विहिप की ओर से दिल्ली पुलिस और यूपी के डीजीपी को अधिकृत तौर पर शिकायत दर्ज करवाई गई। इस शिकायत में विहिप ने राम के नाम पर ठगी कर रहे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी है। इसी संबंध में विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बसंल ने ट्विटर (एक्स) पर एक अपील भी जारी की है। इस अपील में विहिप नेता ने सभी भारतीयों से अपील की है कि राम मंदिर ट्रस्ट के नाम पर किसी को चंदा न दें। राम मंदिर ट्रस्ट ने न तो कोई क्यू आर कोड जारी किया है और न चंदे की अपील की है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर ट्रस्ट के नाम पर फर्जी फेसबुक फर्जी क्यू आर कोड पर कोई भी धनराशि डिपोजिट न करे।
अयोध्या के बारे में बताया क्या जाता है?
दरअसल, अयोध्या धाम से राम मंदिर के लोकार्पण का समाचार घर-घर पहुंचाने के लिए विश्व हिंदू परिषद की ओर से अक्षत भेजे जा रहे हैं। अक्षत वितरण के समय विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता सनातन धर्मियों से अपने-अपने घरों में राम ज्योति प्रज्वलित करने और २२ जनवरी को ११ बजे से २ बजे तक स्थानीय मंदिरों में जाकर भगवान राम की पूजा करने, हनुमान चालीसा का पाठ करने का आग्रह कर रहे हैं।
राम के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह कुछ स्थानों पर विश्व हिंदू परिषद की टोलियों से पहले पहुंच कर या सोशल मीडिया के माध्यम से ठगी करके फरार हो जाते हैं। विश्व हिंदू परिषद की शिकायत पर दिल्ली और यूपी की पुलिस सतर्क हो गई है और लोगों से कहा जा रहा है सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत रूप से कोई भी राम मंदिर ट्रस्ट के नाम पर पैसा मांगता नजर आए तो तुरंत सूचित करें।