Iran में हुए धमाकों के तार Pakistan से जुड़े IS ने ली जिम्मेदारी
गुरुवार को Iran के आईआरजीसी कमांडर कासिम सुलेमानी की चौथी बरसी पर हुए धमाकों के तार Pakistan से जुड़ते नजर आ रहे हैं। धमाकों की जिम्मेदारी IS यानी इस्लामिक स्टेट ने ली है। अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा खदेड़े जाने के बाद आईएस ने अपना ठिकाना पाकिस्तान में बना रखा है। पाकिस्तन की खुफिया एजेंसी आईएसआई इस्लामिक स्टेट को हथियार, पैसा और पनाह तीनों चीजें मुहैया करवाती है।
बहरहाल, कासिम सुलेमानी के स्मारक पर हुए दोहरे हमले में 100 से ज्यादा लोग मारे गए और 300 के आस-पास घायल हुए थे। पाकिस्तान समर्थित आतंकी सुन्नी मुस्लिम गिरोह इस धमाके की जिम्मेदारी लेते हुए टेलिग्राम पर एक पोस्ट शेयर की है।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि इस धमाके की जिम्मेदारी अगर आईएस ने ली है तो उस संदेह नहीं किया जा सकता है। क्यों कि उस इलाके में आईएस की मौजूदगी के सबूत मिले हैं।
ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर ने करमान में संवाददाताओं से कहा, “सुलेमानी के सैनिकों के हाथों उन्हें बहुत कड़ा जवाब दिया जाएगा।” ईरानी सरकार ने कहा है सभी मृतकों का अंतिम संस्कार आज (शुक्रवार) को किया जाएगा। इससे पहले कायरों के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन भी होगा।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने “जघन्य और अमानवीय अपराध” की निंदा की है। ईरान के शीर्ष अधिकारी, सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने बमबारी का बदला लेने की कसम खाई।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने एक बयान में बुधवार के “कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले” की निंदा की और पीड़ितों के परिवारों और ईरानी सरकार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, तालिबान की कार्रवाई ने अफगानिस्तान के अंदर आईएसआईएस-के को कमजोर कर दिया है, जिससे कुछ सदस्यों को पड़ोसी राज्यों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है, लेकिन समूह ने देश के बाहर साजिश रचना जारी रखा है।
इससे पहले 2022 में इस्लामिक स्टेट ने ईरान में एक शिया धर्मस्थल पर घातक हमले की जिम्मेदारी ली, जिसमें 15 लोग मारे गए, जबकि इस्लामिक स्टेट द्वारा दावा किए गए पहले के हमलों में 2017 में हुए दोहरे बम विस्फोट शामिल हैं, जिसमें ईरान की संसद और इस्लामिक गणराज्य के संस्थापक अयातुल्ला रुहोल्लाह की कब्र को निशाना बनाया गया था।