Ayodhya News: अयोध्या में हर कोई खरीदना चाहता है जमीन, प्रॉपर्टी की कीमत पहुंची आसमान तक
Ayodhya News: राम नगरी अयोध्या (Ayodhya) में भगवान राम के स्वागत की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा में भारी संख्या में राम भक्त पहुंचेंगे.
राम मंदिर के पक्ष में सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय आने के बाद से ही अयोध्या सुर्खियों में है. राम मंदिर निर्माण ने अयोध्या के हर क्षेत्र और सेक्टर पर सकारात्मक असर डाला है. इसका असर अयोध्या के रियल एस्टेट बाजार पर भी हुआ है. अयोध्या में जमीन और संपत्ति की कीमतें चार गुना तक बढ़ गई हैं. उत्तर प्रदेश के बड़े शहरों की तुलना में अयोध्या में प्रॉपर्टी की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं.
प्रॉपर्टी बाजार के जानकारों का कहना है कि यह तेजी अभी थमने वाली नहीं है. बाहरी निवेशकों के साथ-साथ स्थानीय खरीदार भी प्रॉपर्टी में निवेश कर रहे हैं. ताज और रेडिसन जैसी बड़ी होटल चेन भी यहां जमीन खरीदने की इच्छुक हैं. इसी तरह कई बड़े रियल एस्टेट कंपनियों की नजर भी अयोध्या पर है.
चार गुना तक बढ़ गई कीमत
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट में एनारॉक के एक शोध का हवाला देते हुए कहा गया है कि अयोध्या में न केवल राम मंदिर के आसपास बल्कि अयोध्या के बाहरी इलाके में भी जमीन की कीमतों में भारी इजाफा हुआ है. उदाहरण के लिए फैजाबाद रोड क्षेत्र में रेट साल 2019 में ₹400-700 प्रति वर्ग फुट था. जो अक्टूबर 2023 तक बढ़कर ₹1,500-3,000 प्रति वर्ग फुट तक पहुंच गया. इसी तरह, अयोध्या शहर में जमीन की औसत कीमतें 2019 में ₹1,000-2,000 प्रति वर्ग फुट से बढ़कर वर्तमान में ₹4,000-6,000 प्रति वर्ग फुट हो गई हैं.
बड़े डेवलपर्स और होटल चेन की पड़ी नजर
प्रॉपर्टी की कीमतों में ये उछाल अयोध्या के रियल एस्टेट मॉर्केट में खरीदारों और निवेशकों की लगातार बढ़ती रुचि और विश्वास को दर्शाता है. अयोध्या के धार्मिक महत्व को देखते हुए हुए निवेशक अब शहर को रियल एस्टेट के इनवेस्टमेंट के लिए सबसे फायदेमंद जगह मान रहे हैं. बड़े डेवलपर्स और होटल चेन यहां जगह खोज रही हैं.
अभिनंदन लोढ़ा हाउस ने जनवरी में अयोध्या में 25 एकड़, रेजिडेंशियल, प्लॉटेड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बनाई है. ताज और रेडिसन जैसी बड़ी होटल चेन भी यहां प्रॉपर्टी खरीदने की योजना बना रही हैं. शहर के इंफ्रस्ट्रक्चर में सुधार और सरकार द्वारा अयोध्या को विश्व में एक प्रमुख धार्मिक स्थल बनाने के लिए उठाए जा रहे कदमों ने भी सभी का ध्यान अयोध्या की ओर खींचा है.