Iran ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक

दुनिया के सामने एक बार फिर पाकिस्तान की आतंकी तस्बीर सामने आई है। इस बार ईरान ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की गई है। इस हमले में कई आतंकियों के मारे जाने की खबर सामने आ रही है। पाकिस्तान के भीतर हमलों का आदेश ईरान के सर्वोच्च नेता अयतुल्ला खामनेई ने दिया था। पाकिस्तान में ईरान का यह हमला तुर्बत इलाके में हुआ है। तुर्बत पाकिस्तान के कब्जे वाले बलूचिस्तान में है। यह ईरान सीमा से लगा हुआ है इलाका है।

बताया जाता है कि आईएसआई की सरपरस्ती में जैश-ए-अदल नामका आतंकी गिरोह सक्रिए है। यह संगठन ईरान के सीमा पार इलाकों पर में घुसकर सेना और अन्य सैन्यबलों पर हमला करते रहते हैं। ऐसे ही एक आतंकी हमले में ईरान के 11 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। ईरान ने उस वक्त भी पाकिस्तान के दूत को बुलाकर कड़ा प्रतिरोध जताया था और अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी।

पाकिस्तानी सीमा में ईरान के ड्रोन और मिसाइल हमलों की टाइमिंग बहुत गंभीर मानी जा रही है। क्यों कि ये हमले उस वक्त किए गए हैं जब डाबोस में पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री काकड़ और ईरान ने विदेशमंत्री से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद ऐसा क्या हुआ कि ईरान ने पाकिस्तान पर हमला बोल दिया।

ईरान सीमा पर सक्रिए इस पाकिस्तानी आतंकी गिरोह का नाम पहले जंदुल्लाह था। जंदुल्ला, जैश-ए-मुहम्मद का ही दूसरा संस्करण है। ईरान की आपत्तियों के बाद आईएसआई ने जंदुल्ला का नाम बदल कर जैश-ए-अदल कर दिया था। मतलब यह कि जैश-ए-अदल और जैश-ए-मुहम्मद एक ही आतंकी गिरोह के दो नाम हैं। जिसका एक गुट पीओके में भारत के खिलाफ सक्रिए है दूसरा ईरान सीमा के भीतर हमले करता रहता है।

यहां यह बताना भी जरूरी है कि 15 जनवरी को ही भारत के विदेशमंत्री एस जयशंकर ने ईरान के अयतुल्ला खोमेनी से मुलाकात की थी।
पाकिस्तान ने अभी तक ईरान के खिलाफ कोई कार्रवाई तो नहीं की है। लेकिन ईरानी राजदूत बुलाकर आक्रोश जताया है। वैसे भी पाकिस्तान इस हालात में नहीं है कि वो ईरान के खिलाफ खुलकर युद्ध का ऐलान कर सके। वो सिर्फ इसी तरह छद्म युद्ध ही कर सकता है। हमलों की पुष्टि जैश-ए-अदल ने भी की है और कहा है कि ईरान ने एयर स्ट्राइक कर 11 घरों को ध्वस्त कर दिया है। जिसमें कुछ बच्चे और निर्दोष नागरिक मारे गए हैं।

Leave comment

Your email address will not be published. Required fields are marked with *.