Ajay Mishra Teni तोड़ेंगे यूपी के लखीमपुर खीरी पुलिस लाइन की अभिशप्त सलामी का मिथक!
-दीप शंकर मिश्र “दीप”-
Ajay Mishra Teni हर रोज लखीमपुर खीरी के क्षितिज सूर्य उदय होता है और जनमानस पशु पक्षी सभी अपनी ओर फिर आकर्षित करता है। सूर्य शाम को अस्त भी हो जाता है। ठीक उसी लालिमा के साथ जिसके साथ वो उदय होता है। यह सूर्य की एक नित्य प्रक्रिया है। मगर राजनीति के क्षितिज पर उदय होने वाले सूर्य को सभी नमस्कार करते हैं अस्त होने वाले को नहीं…! लखीमपुर खीरी के राजनीतिक फलक पर कई सूरज उदय हुआ। जब वो उरूज पर थे तो उनके तेज में ताप बहुत था। जैसे ही वो अस्त हुए तो लोग उनके नाम भी भूल गए। आखिर ऐसा क्यों हुआ तो इसके पीछे एक रहस्य है, जिसे कुछ लोग मिथ कहते हैं तो कुछ वास्तविकता कहते हैं।
चलिए जानते हैं लखीमपुर के फलक पर चमकने और फिर निश्रांत पड़ जाने वाले सियासी सूरमाओं के बारे में-
आजकल लखीमपुर खीरे के आसमान में भारत सरकार मे गृहमंत्री राज्य मंत्री अजय मंत्री का ओज फैला हुआ है। अमित शाह यहां आते हैं तो अजय मिश्रा के बारे में ऐसा बोलते हैं कि केवल लखीमपुर खीरी ही नहीं बल्कि आस-पास के क्षेत्रों की जनता में उनका डंका और भी तेजी से बजने लगता है। लखीमपुर के साथ एक ऐसा टोटका है अगर किसी नेता ने धोखे से उसे कर लिया है तो फिर उसकी चमक-दमक की शाम ढलने लगती है।
दरअसल, यह टोटका है लखीमपुर खीरी पुलिस लाइन की सलामी गारद का निरीक्षण करना। जाने-अनजाने लखीमपुर खीरी पुलिस लाइन में सलामी गारद का सम्मान अजय मिश्र टेनी भी ले चुके हैं। लखीमपुर के जानकारों का मानना है की स्वर्गीय राजा सरस्वती प्रताप सिंह हों या सहकारिता मंत्री रहे स्वर्गीय पटेल रामकुमार वर्मा, “पूर्व मंत्री माया प्रसाद” या जनपद खीरी के एक बड़े राजनीतिक घराने के वारिस मौजूदा कांग्रेस पार्टी स्टार प्रचारक पूर्व सांसद रविप्रकाश वर्मा ही क्यों न हो, इस टोटके ने इन सबके श्रेय की लालटेन की लाइट मद्दम कर दी। इन नेताओं ने अपने अपने समय जब जिसका जैसा समय बलवान था लखीमपुर खीरी की पुलिस लाइन में बतौर मुख्य अतिथि सलामी ली । और इस सलामी के बाद पुलिस लाइन से सलामी लेने वाले नेता की उल्टी गिनती भी शुरू हो गई।
लोगों में चर्चा है कि पूर्व होमगार्ड मंत्री रहे राजा सरस्वती प्रताप सिंह द्वारा पुलिस लाइन की सलामी के बाद उनकी राजनीतिक चमक धमक का सूर्यास्त हुआ तो फिर उदय नहीं हुआ सहकारिता मंत्री रामकुमार वर्मा द्वारा भी पुलिस लाइन में ली गई सलामी के बाद राजनीतिक कैरियर का पुर्सा हाल नहीं रहा। पुलिस लाइन की सलामी लेने के बाद मिलनसार मृदुभाषी पूर्व मंत्री माया प्रसाद का भी राजनीतिक कैरियर का समाप्ति की ओर है। पुलिस लाइन में बतौर मुख्य अतिथि सलामी लेने के बाद पूर्व सांसद रवि प्रकाश वर्मा भी अब कांग्रेस पार्टी में अपने राजनीतिक ठौर की तलाश कर रहे हैं सलामी लेने के बाद इनके लिए भी कुछ शुभ नहीं रहा।
एक बार फिर लखीमपुर पुलिस लाइन की सलामी के टोटके की चर्चा होने अजय मिश्र टेनी से जुड़ गई है जिन्होंने 26 जनवरी को बतौर मुख्य अतिथि लखीमपुर पुलिस लाइन में सलामी गारद का निरीक्षण किया।
लखीमपुर खीरी में यूं तो मतदान हो चुका है। प्रत्याशियों के भाग्य ईवीएम की मेमोरी में लिख दिया गया है और 4 जून को छपने वाला है। लोग कहते हैं कि अजय मिश्र बिरला सियासी नेता होंगे तो इस ‘टोटके’ को झूठा साबित करेंगे यदि वो चुनावी मैदान में जीत का परचम फहराएंगे। ठीक उसी तरह जैसे हिंदू ह्रदय सम्राट संन्यासी मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा प्रवास से जुड़े टोटके को अपने पैरों से रौंद डाला। अगर अजय मिश्र टेनी भी लखीमपुर के टोटके तोड़ने में कामयाब हुए तो वो 15 अगस्त 2024 को एक बार फिर लखीमपुर खीरी की पुलिस लाइन में पूरी ठसक के साथ एक बार फिर सलामी लेंगे, वरना…!
अजय मिश्र टेनी ने अपने जीवन में कई मिथकों को तोड़ा है। उन्होंने सियासत में कई बार अग्नि परीक्षा दी है। हर बार वो पहले से ज्यादा शक्तिशाली होकर निकले हैं। किसान आंदोलन के दौरान और उसके बाद विरोधियों ने अजय मिश्र टेेनी को सियासत के अखाड़े में पटखनी देने लिए तमाम चाल-दांव चले लेकिन उन सब को काट कर वो डटे हुए हैं। दरअसल, ‘मनुष कुछ नहीं होत है समय होत बलवान’…! अजय मिश्र टेनी के समर्थकों की हार्दिक कामना है वो ‘बलवान समय के बलवान पुरुष’ की तरह लखीमपुर खीरी के क्षितिज पर नई आभा के साथ उदय हों।