Delhi Police स्पेशल सेल ने मर्डर केस के आरोपी को 8 साल बाद किया गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने रणहौला पुलिस स्टेशन में 2016 में दर्ज हुए हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों आरोपियों का पहचान कबीर नट उर्फ शकील खलीफा और बब्लू नट के तौर पर हुई है। दोनों आरोपियों को 2018 में अदालत द्वारा घोषित भगोड़ा अपराधी घोषित किया गया था। दोनों आरोपी आठ साल तक पुलिस की नजरों से ओझल होकर गिरफ्तारी से बचते फिर रहे थे।
इन दोनों की गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल एसडब्ल्यूआर ने की है। दिल्ली पुलिस का यह सेल आतंकवाद विरोधी गतिविधियों की निगरानी करने, उनके ठिकानों की निगरानी करने और आतंकवादियों, उग्रवादियों और तस्करों को पकड़ने के लिए खुफिया जानकारी इकट्ठा करता है।
दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी है कि 3 जुलाई, 2016 को उन्हें बाहरी जिले के रणहोला पुलिस स्टेशन में सोम बाजार गोमती गार्डन में एक शव मिलने की सूचना मिली। “प्रारंभिक जांच के बाद, मृतक की पहचान बंधु राय के रूप में हुई, जो मूल रूप से जिला समस्तीपुर, बिहार का रहने वाला था, जो दिल्ली में ठेकेदारी का काम करता था।
परिवार के सदस्यों के बयानों के अनुसार, मृतक के गांव के ही तीन व्यक्तियों-बबलू नट, कबीर नट और मोहम्मद असलम ने दिल्ली में मजदूरी के काम के लिए बंधु राय से सहायता मांगी थी।
पुलिस ने बताया, “2-3 जुलाई, 2016 की मध्यरात्रि को तीनों आरोपियों ने एक साथ शराब पी, इसी बीच विवाद हुआ, आरोपियों में से दो ने बंधु राय के हाथ-पैर दबा दिए, जबकि तीसरे मोहम्मद असलम ने उसका गला घोंट दिया और भागने से पहले उसकी जेब से पैसे लूट लिए।
बंधु राय की मौत के बाद तीनों आरोपी छिप गये। पोस्टमार्टम जांच में मौत का कारण हाथ से गला घोंटने के कारण दम घुटना बताया गया। नतीजतन, रणहौला पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 302/174ए/34 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया।
आरोपी- कबीर नट (25), बब्लू नट (27), और मोहम्मद असलम- 2016 से भगोड़े अपराधी घोषित थे। इस साल 22 मार्च को, इंस्पेक्टर संदीप डबास की टीम को विशेष जानकारी मिली कि हत्या के मामले में शामिल दो व्यक्ति नजफगढ़ अनाज मंडी आ सकते हैं। । गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, एक टीम को नजफगढ़ भेजा गया और गिरफ्तारी का जाल बिछाया गया। अंततः नजफगढ़ अनाज मंडी के पास दोनों आरोपियों को पकड़ लिया गया।
इसके बाद पुलिस ने दो आरोपियों कबीर और बब्लू को हिरासत में लिया, जिन्होंने पूरी घटना कबूल कर ली। तीसरे आरोपी मोहम्मद असलम का पता लगाने और उसे पकड़ने के प्रयासों के साथ एक सतत जांच चल रही है।