दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास पर महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ मार-पिटाई की वजह खुल कर सामने आ गई है। दरअसल, अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता Abhishek Manu Singhwi को अपनी पार्टी के कोटे से राज्यसभा भेजना चाहते हैं। क्यों कि अभिषेक मनु सिंघवी के प्रयासों से ही केजरीवाल को 21 दिनों की बिन मांगी अंतरिम जमानत सुप्रीम कोर्ट से मिली है। अभिषेक मनु सिंघवी हिमाचल में राज्यसभा चुनाव हारने के बाद बीजेपी से खार खाए बैठे हैं। वो चाहते हैं कि किसी भी तरह राज्य सभा पहुंचा जाए।
ऐसा कहा जाता है कि केजरीवाल और सिंघवी में यह डील हुई थी कि अगर बेल मिल जाती है तो आम आदमी पार्टी सिंघवी को राज्यसभा पहुंचा देगी।
आम आदमी पार्टी के भीतरी सूत्रों ने बताया कि अरविंद केजरीवाल ने इसी संबंध में स्वाति मालीवाल को अपने शीश महल बुलाया और राज्यसभा से इस्तीफा देने को कहा। स्वाति मालीवाल इस्तीफा देने को राजी नहीं हुई।इस बात को लेकर बहुत कहा सुनी हुई। जब यह ड्रामा चल रहा तो वहां पर अन्य लोगों के अलावा अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और निजी सहायक विभव कुमार भी वहां थे। इस्तीफा देने-लेने के मामले पर मामला बहुत गर्म हो गया।
अरविंद केजरीवाल ने मामले को शांत करने के लिए स्वाति मालीवाल के सामने प्रस्ताव रखा कि अगर वो अभी इस्तीफा दे देती हैं तो उन्हें हरभजन की खाली होने वाली सीट दी जा सकती है। इस पर स्वाति मालीवाल ने कहा कि ऐसा ही है तो फिर अभिषेक मनु सिंघवी को ही हरभजन सिंह की सीट दे दी जाए। मुझसे इस्तीफा लेने की क्या जरूरत है? दरअसल, अरविंद केजरीवाल चाहते हैं कि बीजेपी ज्वाइन करने से पहले हरभजन राज्यसभा सीट से त्यागपत्र देदें। अरविंद केजरीवाल जेल से भी और जेल से बाहर आने के बाद भी पंजाब के चीफ मिनिस्टर भगवंत मान पर दबाव बना रहे हैं कि वो हरभजन को राज्य सभा की सीट से इस्तीफा देने के लिए राजी करें। क्यों कि भगवंत मान की सिफारिश पर ही अरविंद केजरीवाल ने हरभजन को राज्य सभा भेजा था।
इस पूरे प्रकरण में पेंच यह है कि हरभजन सिंह भी राज्यसभा से इस्तीफा नहीं देना चाहते हैं। वो बीजेपी का समर्थन करने के साथ ही राज्यसभा में ही बने रहना चाहते हैं। स्वाति मालीवाल को हरभजन सिंह के प्रकरण के बारे में पूरी जानकारी है। स्वाति मालीवाल और अरविंद केजरीवाल के संबंध भी अब पहले जैसे नहीं रहे हैं। स्वाति मालीवाल को संदेह ही नहीं पूरा भरोसा है कि अगर उन्होंने इस्तीफा दे दिया तो भविष्य में राज्यसभा की सीट मिलना मुश्किल ही नहीं असंभव है। इसलिए उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा देने से इंकार कर दिया। इसी बात से सुनीता केजरीवाल झल्ला उठीं। सुनीता केजरीवाल का इशारा पाते ही विभव कुमार ने स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट की। आम आदमी पार्टी के पास एक ही उपाय है कि वो हरभजन सिंह और स्वाति मालीवाल दोनों को पार्टी से निलंबित या निष्कासित कर दे। लेकिन इस परिस्थिति में भी वो राज्यसभा के डिफेक्टो मेंबर बने रहेंगे। इसलिए अभिषेक मनु सिंघवी का राज्यसभा का सपना फिलहाल सपना ही रह गया है।
दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष मालीवाल ने सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन जाकर आरोप लगाया कि केजरीवाल के एक करीबी सहयोगी ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर उनके आधिकारिक आवास पर उनके साथ मारपीट की थी। लेकिन उन्होंने कहा कि वो लिखित शिकायत अपनी लीगल टीम से सलाह लेने के बाद करेंगी।
इससे पहले दिन में उन्होंने आरोप लगाया था कि केजरीवाल के निजी स्टाफ के विभव कुमार ने उन पर हमला किया। पुलिस ने कहा कि पहली कॉल सुबह करीब 9.34 बजे आई, जिसके बाद मालीवाल पुलिस स्टेशन आईं और कहा कि वह बाद में मामले में औपचारिक शिकायत दर्ज कराएंगी।
“हमें सुबह 9:34 बजे एक पीसीआर (पुलिस नियंत्रण कक्ष) कॉल मिली, जिसमें कॉल करने वाले ने कहा कि उसके साथ सीएम आवास के अंदर हमला किया गया था। तदनुसार, स्थानीय पुलिस और SHO (स्टेशन हाउस अधिकारी) ने कॉल का जवाब दिया। कुछ समय बाद, पुलिस उपायुक्त (उत्तर) मनोज मीणा ने कहा, ”सांसद स्वाति मालीवाल थाना सिविल लाइन्स आईं थीं।”
जानकार लोगों के मुताबिक, केजरीवाल अपनी अंतरिम जमानत के लिए सिंघवी की सुप्रीम कोर्ट में जोरदार बचाव को श्रेय देते हैं और इस कदम के जरिए आभार प्रकट करना चाहते हैं। सिंघवी हिमाचल से राज्यसभा चुनाव हार गए थे।
दिल्ली की पूर्व महिला अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के साथ हुए अशोभनीय व्यवहार पर राष्ट्रीय महिला आयोग सक्रिए हो गया है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा कि वह मालीवाल पर हमले की जांच के लिए एक जांच दल भेजेगी और मामले में कार्रवाई रिपोर्ट (एटीआर) भेजने के लिए दिल्ली पुलिस को एक औपचारिक पत्र भी भेजेगी।
“राज्यसभा सांसद श्रीमती स्वाति मालीवाल के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास पर ´थित तौर पर मारपीट की गई। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने कार्रवाई का संकल्प लिया है और दिल्ली पुलिस से न्याय की मांग की है और एक जांच टीम भी भेजी है। अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। एनसीडब्ल्यू एक औपचारिक पत्र भेजेगा दिल्ली पुलिस इस मामले में 3 दिनों में एटीआर भेजेगी,” एनसीडब्ल्यू ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा।
इस मामले में राजनीतिक पंडितों का कहना है कि स्वाति मालीवाल बीजेपी के संपर्क में हैं। एक दो दिन में कुछ और बड़ा होने की पूरी-पूरी संभावना है।
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