Bihar में तुष्टिकरण: ईद-बकरीद पर 3-3 दिन छुट्टी, जन्माष्टमी-शिवरात्रि की छुट्टी रद्द!
Bihar सरकार के कार्यकलापों से लग रहा है कि वो पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आने से पहले ही घबरा गई है। Bihar सरकार के जासूसों ने जो रिपोर्ट सौंपी है उसके मुताबिक बीजेपी को इन चुनावों में सौ में से सौ नम्बर मिलने वाले हैं। बिहार सरकार के जासूसों ने रिपोर्ट सौंपी है कि हिंदू वोट केवल मध्यप्रदेश या छत्तीसगढ़ में ही नहीं बल्कि तेलंगना और आंध्रा में भी एकजुट हो रहा है। Bihar इंटेलिजेंस की भी यही रिपोर्ट है कि बिहार में भी हिंदू वोटर का रुझान तेजी से बदल रहा है। अब बिहार में कास्ट सिस्टम पर वोट नहीं बल्कि धर्म बनाम मजहब पर वोट डाला जाएगा।
राज्य की खुफिया इकाईयों की रिपोर्ट देखकर नितीश और लालू का माथा गरमा हुआ है। इसीलिए सोमवार की शामको आनन-फानन में एक ऐसा फैसला किया है। बिहार सरकार ने हिंदू पर्व-त्यौहोंरों की छुट्टियां कम कर दी हैं या खत्म कर दी हैं और मुसलमानों की ईद-बकरीद की छुट्टियां बढ़ा दी है। हिंदुओं के खास त्यौहार जन्माष्टमी, रक्षाबंधन और शिवरात्रि की छुट्टी खत्म कर दी गयी है। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि नीतीश और लालू का शायद यह सोचा है कि अगर हिंदू वोट खिसक जाए तो कम से कम मुसलमान वोट एकजुट होकर जद(यू) और राजद की झोली में ही गिरे। उसमें कांग्रेस और ओवेसी सेंध न लगा सकें।
Bihar में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक लगभग 18 फीसदी मुसलमान वोटर हैं। 14 फीसदी यादव और 27 फीसदी पिछड़ा वर्ग के मतदाता हैं। अगर ये 18 फीसदी मुसलमान वोटर इक्टठा जद(यू) और राजद को मिल जाता है तो पिछड़ा वर्ग से खिसकने वाले वोटर की भरपाई हो सकती है। आने वाले दिनों में नीतीश सरकार मुसलमानों को रिझाने के लिए ऐसे ही कई और फैसले ले सकती है। मुसलमानों की छुट्टियां बढ़ाने के साथ ही बिहार सरकार ने उर्दू् स्कूलों की साप्ताहिक छुट्टी रविवार की जगह शुक्रवार कर दी है। बिहार सरकार ने तीज और रक्षाबंधन की छुट्टी खत्म कर दी है। जब कि ईद और बकरीद की छुट्टियां बढ़ाकर तीन-तीन दिन कर दी हैं। पूरब के सबसे बड़े त्यौहार छट की छुट्टियों से भी एक दिन काट लिया है। फिलहाल छुट्टियों का यह कलैंडर शिक्षा विभाग में लागू किया गया है। बाकी विभागों में भी जल्द ही ऐलान की संभावना है।
शिक्षा विभाग के आदेश में कहा गया है की अवकाश तालिका को जारी करने के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम RTE के तहत तय बाध्यता का पालन होगी प्रारंभिक विद्यालयों में काम से कम 220 दिन अध्यापन सुनिश्चित करना होगा। उर्दू विद्यालय में गुरु गोविंद सिंह जन्म दिवस, गणतंत्र दिवस, संत रविदास जयंती, बिहार दिवस, गुड फ्राइडे, भीमराव अंबेडकर जन्म दिवस, शब ए बारात, बुद्ध पूर्णिमा, कबीर जयंती स्वतंत्रता दिवस हजरत मोहम्मद जन्मदिवस, दुर्गा पूजा (सप्तमी), दीपावली, क्रिसमस और चेहल्लुम में 1 दिन का अवकाश दिया गया है।
होली, मोहर्रम और दुर्गा पूजा में 2 दिन का अवकाश दिया गया है, ईद उल फितर (ईद) में 3 दिन का अवकाश, ईदुल जोहा (बक्रईद) में 3 दिन का अवकाश दिया गया है, छठ पूजा में 3 दिन का अवकाश दिया गया है, 15 अप्रैल से 15 मई तक 30 दिन गर्मी की छुट्टी दी गई है। वही हिंदी विद्यालय में रक्षाबंधन पर छुट्टी नहीं दी गई है, गुरु गोविंद सिंह ,गणतंत्र दिवस, बसंत पंचमी ,संत रविदास जयंती, शब ए बारात, महाशिवरात्री, बिहार दिवस, गुड फ्राइडे, भीमराव अंबेडकर जन्म दिवस, इदु उल फितर (ईद) , जानकी नवमी ,बुद्ध पूर्णिमा,ईदुल जोहा (बक्रईद), कबीर जयंती ,मुहर्रम,स्वतंत्रता दिवस, चेहल्लुम, जन्माष्टमी ,हजरत मोहम्मद साहब जन्म दिवस, दुर्गा पूजा, दीपावली ,चित्रगुप्त पूजा,भाई दूज ,क्रिसमस में 1 दिन का अवकाश दिया गया है । होली दुर्गा पूजा में 2 दिन का अवकाश, छठ पूजा में 3 दिन का अवकाश दिया गया। 30 दिन गर्मी की छुट्टी दी गई। ग्रीष्म अवकाश 30 दिनों का दिया गया है वह केवल छात्र-छात्राओं के लिए है , प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों को ग्रीष्म अवकाश में भी विद्यालय में उपस्थित रहना होगा।