आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को करोलबाग विधानसभा में पदयात्रा कर जनता से सीधा संवाद किया, जहां उन्हें लोगों का जबरदस्त समर्थन और प्यार मिला। लोगों ने फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने ‘ईमानदारी की क्या पहचान, केजरीवाल और झाडू का निशान’ के नारे लगाते हुए कहा कि दिल्ली का चुनाव अरविंद केजरीवाल की ईमानदारी पर होगा। भाजपा केजरीवाल की ईमानदारी पर दाग लगाने की खूब कोशिश कर रही हैं, लेकिन दिल्ली की जनता मानने को तैयार ही नहीं हैं। एक तरफ, केजरीवाल स्कूल- कॉलेज, मोहल्ला क्लीनिक बना रहे हैं, बिजली-पानी के बिल जीरो कर रहे हैं और दूसरी तरफ भाजपा दिल्ली के काम रोक रही है। लेकिन अब केजरीवाल बाहर आ गए हैं और दिल्लीवालों का एक भी काम नहीं रूकने देंगे। इस दौरान स्थानीय विधायक विशेष रवि समेत अन्य वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
करोलबाग मे ंजनता से सीधा संवाद करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा वाले अरविंद केजरीवाल की ईमानदारी पर दाग लगाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन लग नहीं पा रहा है। भाजपा की सारी एजेंसियों के बावजूद नहीं लग पा रहा है। हर तरफ से एक ही नारा निकलकर आ रहा है, ईमानदारी की क्या पहचान, केजरीवाल और झाडू का निशान। अरविंद केजरीवाल हमारे बीच आ गए हैं और सड़क पर उतर कर काम कर रहे हैं। भाजपा ने केजरीवाल को बहुत रोकने की कोशिश की। पिछले नौ-दस साल से एक तरफ अरविंद केजरीवाल हैं, जो काम किए जा रहे हैं। वह स्कूल, कॉलेज, मोहल्ला क्लीनिक खोल रहे हैं, बिजली और पानी के बिल जीरो कर रहे हैं। महिलाओं के लिए बस की यात्रा फ्री कर रहे हैं। उसने जो हो सकता है, वह सब कुछ कर रहे हैं। वहीं, भाजपा वाले सुबह से शाम तक यही सोचते हैं कि केजरीवाल काम करने से बाज नहीं आ रहे हैं। केजरीवाल के काम कैसे रोके जाएं। केजरीवाल मान नहीं रहा, इसने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला दी, लोगों को अच्छा इलाज दिला दिया, नौकरी लगवा दी। बाकी राज्यों के मुकाबले दिल्ली में महंगाई रोककर रखी है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा वालों ने हमारे काम रोकने के लिए सबसे पहले हमारे विधायकों पर खूब केस लगाए। करोल बाग के विधायक विशेष रवि के खिलाफ भी दो केस लगाए। जिसमें से एक झूठा साबित हो गया और थोड़े दिनों में दूसरा भी झूठा साबित हो जाएगा। पूरे दिल्ली में इन्होंने एमएलए और पार्षदों को छांट-छांटकर कर उन पर केस लगाए। लेकिन फिर भी केजरीवाल के काम नहीं रुके। भाजपा वालों ने अरविंद केजरीवाल के काम की रफ्तार रोकने के लिए अपने सारे वकीलों को लगाकर, सारा दिमाग लगाकर केंद्र सरकार से आदेश पारित करवाया कि अब दिल्ली में केजरीवाल की नहीं, एलजी की चलेगी। इन्हें सर्विसेज छीन लिया और कहा कि अफसरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग सरकार केजरीवाल नहीं, एलजी करेंगे। इन्होंने यह करके भी देख लिया लेकिन अरविंद केजरीवाल के काम फिर भी नहीं रोक पाए।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि अफसरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार छीनने के बाद भी बिजली का बिल जीरो हुआ था। इसके बाद अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट गए। जब सुप्रीम कोर्ट ने कह दिया कि सरकार मुख्यमंत्री ही चलाएगा तो इन्होंने अध्यादेश लाकर कोर्ट का आदेश पलट दिया। इनको लगा कि अध्यादेश लाकर केजरीवाल को रोक देंगे। लेकिन केजरीवाल फिर भी काम करते रहे। इसके बाद इन्होंने मुझे पकड़कर जेल में डाल दिया कि यही स्कूल बनवा रहा है, इसे जेल में डाल देते हैं। लेकिन फिर भी केजरीवाल के काम नहीं रोक पाए। आखिर में इन्होंने अरविंद केजरीवाल को पकड़कर जेल में डाल दिया। भगवान के घर में देर है, अंधेर नहीं है। 6 महीने बाद केजरीवाल शेर की तरह दहाड़ते हुए बाहर आ गए हैं।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा वालों को लगा कि अगर अरविंद केजरीवाल को फर्जी मामले में जेल भेज देंगे तो जो दिल्लीवाले कहते रहते हैं कि केजरीवाल ईमानदार आदमी है। यह सब केजरीवाल को ईमानदार मानना बंद कर देंगे। लेकिन दिल्लीवाले नहीं माने और आज भी कह रहे हैं कि केजरीवाल ईमानदार है। दिल्लीवाले कह रहे हैं कि आरोप चाहें तो कुछ भी लगा लो लेकिन केजरीवाल तो ईमानदार ही है। जब केजरीवाल बाहर आ गए तो इन्होंने सोचा कि अब केजरीवाल को परेशान करेंगे। लेकिन केजरीवाल ने कहा कि मैं इस्तीफा देकर जनता के बीच जा रहा हूं और अब जनता तय करेगी कि मैं ईमानदार हूं या बेईमान हूं।
मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि अरविंद केजरीवाल ने मुझे जनता तक पहुंचाने के लिए यह संदेश दिया है कि भाजपा यह तय नहीं करेगी कि मैं ईमानदार हूं या नहीं। सबसे पहले यह कोर्ट तय करेगा, लेकिन कोर्ट को कम से कम 10-15 साल लग सकते हैं। केजरीवाल कोर्ट के फैसले में भी ईमानदार निकलेंगे। इसलिए केजरीवाल का कहना है कि मैं सीएम की कुर्सी पर तभी बैठूंगा, जब जनता कहेगी कि मैं ईमानदार हूं। उन्होंने कहा कि मैं इस लांछन के साथ कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। इस्तीफा दे दे रहे हैं और कह रहे हैं कि अब जनता को मेरी ईमानदारी पर मोहर लगानी है। इसलिए आने वाला चुनाव केजरीवाल की ईमानदारी का चुनाव है। जनता इस बार वोट करके बताएगी कि केजरीवाल ईमानदार हैं या नहीं।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज तक के इतिहास मे ऐसा चुनाव नहीं हुआ होगा, जब पांच साल सरकार चलाने बाद कोई मुख्यमंत्री जनता के बीच जाए और कहे कि अगर मैंने काम किया है तो तो मुझे वोट देना वरना मत देना। आमतौर पर नेता जब पांच साल सरकार चलाने के बाद जनता में वोट मांगने जाते हैं तो बहाने ढूंढते हुए जाते हैं। आज केजरीवाल पहले ऐसे नेता हैं जो जनता के बिच खुलकर कह रहे हैं कि ये भाजपा वाले मेरे ऊपर झूठे इल्जाम लगा रहे हैं, अगर मुझे ईमानदार मानते हैं तो वोट देना। मैं यही संदेश आपके बीच लेकर आया हूं कि केजरीवाल ईमानदार हैं, मैं तो उन्हें वोट दूंगा। जब केजरीवाल ने इस्तीफा दिया तो मैंने भी कहा कि मैं वापस सरकार में नहीं जाउंगा। अगर दिल्ली के मेरे भाई-बहनो को लगता है कि उनके घर में जो बच्चा है, उसकी पढ़ाई के लिए शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया चाहिए वो ईमानदार है, तो वोट देना, वरना मत देना। अगर लगता है कि मैंने आपके बच्चों के लिए काम किया है तो वोट देकर वापस शिक्षा मंत्री बना देना, वरना घर बैठा जाउंगा।
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