अपनी श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए ऑल स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवानी जैन ने कहा कि सभी अभिभावकों के जागरूक होने का समय आ गया है। शिवानी ने कहा कि कुछ महान आत्माएं समाज को दिशा दिखाने के लिए ही जन्म लेती है। उनमें से श्रेया तिवारी भी एक है। श्रेया या उसके परिवार की किसी से कोई दुश्मनी नही थी। वो भी हम सभी के बच्चो की तरह ही स्कूल जाती थी। छोटी सी बात पर स्कूल में उसे इतना प्रताड़ित किया गया कि उसने अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर ली। सभी अभिभावक विश्वास करके अपने बच्चों को कई-कई घन्टो के लिए स्कूल में छोड़े रखते है।लेकिन स्कूल प्रबंधन हमारे साथ विश्वासघात कर रहे है।हम में से किसी का भी बच्चा श्रेया ना बने इस लिए हमे जागरूक होना होगा।
एसोसिएशन के महासचिव सचिन सोनी ने कहा कि श्रेया की मौत की उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिए। जिससे समाज को पता चल सके कि ये वाकई आत्महत्या है या हत्या और अगर श्रेया ने आत्महत्या की तो उसके कारणों का पता चलना चाहिए। आखिर वो क्या कारण थे जिनकी वजह से एक छोटी बच्ची ने मौत को गले लगाना पड़ा। आखिर उसे इसके लिए किसने उकसाया, किसने उसे इतना प्रताड़ित किया।
समाज सेवी अरुण चौधरी भुल्लन ने कहा कि श्रेया की मौत और उसके बाद स्कूलो के व्यवहार ने दर्शा दिया है कि इन स्कूल संचालकों के लिए अभिभावक केवल रुपये देने की मशीन के अलावा कुछ नही है। दोषियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही करने पर स्कूलों को बन्द करके शासन, प्रशासन पर नाजायज दबाव बनाया गया।
पार्षद वीरेंद्र त्यागी ने कहा कि चपरासी से लेकर अधिकारी, मंत्री, संतरी, व्यपारी, उद्योगपति, पत्रकार, वकील, जज अमीर हो या गरीब समाज का कोई भी व्यक्ति ऐसा नही है जोकि अभिभावक ना हो, जो अपने बच्चे को स्कूल ना भेजता हो। श्रेया आत्महत्या प्रकरण के बाद स्कूल प्रबंधकों ने दोषियों का पक्ष लेते हुए एक दिन के लिए स्कूल बंद किए। जिसके लिए उन्होंने अभिभावकों से सहमति नही ली थी। जानकारी के अभाव में अभिभावकों ने अपने बच्चे स्कूल नही भेजे ओर स्कूल प्रबंधक दबाव बनाने में कामयाब रहे। अब हम सभी को श्रेया के परिवार का साथ देकर आरोपियों को उनके किए की सजा दिलानी होगी।
अद्रिका एनजीओ की अध्यक्ष रचना साही ने कहा कि प्रदेश सबसे बड़ी पंचायत में जहाँ दोषियों के ख़िलाफ़ सख्त कार्यवाही का फरमान जारी होना चाहिए था। वहां उनके पक्ष में बात रखी गयी श्रेया के परिजनों की शिकायत पर बिना जाँच किए पुलिसिया कार्यवाही को गलत साबित करने की कोशिश की गयी।
सुनहरी देवी चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष ज्योति तोमर लोगों ने कार्यक्रम में उपस्थित होकर श्रेया तिवारी को श्रधंजलि दीl
उपस्थित सभी सामाजिक संस्थाओं ने एक सहमति से निर्णय लिया कि गाजियाबाद के स्कूलों में शिक्षा मंत्रालय द्वारा तय किए गए सुरक्षा के नियमों की लागू कराने के लिए एक कमेटी का गठन कराने की मांग को लेकर सोमवार को जिला अधिकारी को एक मांग पत्र दिया जाएगा। कार्यक्रम में दिनेश पाहवा लिगल माई फाउंडेशन फ़ॉर सोशल जस्टिस,करुणा त्यागी,विनीत त्यागी,कपिल गुप्ता, नवीन कुमार,वसीम खान,एडवोकेट मनोज नागवंशी,दीपू शर्मा,प्रेमपाल,कपिल भाटी,गौरव आदि उपस्थित रहे।
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