दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की पदयात्रा को दिल्लीवालों का जबरदस्त प्यार और समर्थन मिल रहा है। 16 अगस्त को ग्रेटर कैलाश से शुरू हुई उनकी पदयात्रा जब 8वें दिन बुराड़ी विधानसभा के संत नगर पहुंची तो लोगों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। यहां लोगों पगड़ी पहनाकर और फूल-मालाओं से बड़ी गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया। लोगों ने ‘मनीष सिसोदिया आ गए, केजरीवाल भी आएंगे, काम किया है काम करेंगे, भ्रष्टाचार का एक ही काल, केजरीवाल-केजरीवाल’ के जमकर नारे लगाए। इस दौरान जनता से सीधा संवाद करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जेल में देश और दिल्ली की जनता के लिए तपस्या कर रहे हैं। जब वो तपस्वी बाहर आएगा, तब भाजपा वालों को पता चलेगा कि एक तपस्वी का तेज क्या होता है, ये लोग उनका मुकाबला नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल किसी अपराध की वजह से जेल नहीं गए, बल्कि भाजपा की साजिशों की वजह से गए हैं। आज मैं बाबा साहब के संविधान की ताकत से बाहर आया हूं और कल केजरीवाल भी इसी ताकत से बाहर होंगे। इस अवसर पर बुराड़ी से ‘‘आप’’ विधायक संजीव झा, कई पार्षद समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
मेरे मुस्कुराते चेहरे को देखकर भाजपा वालों का जोश गायब हो गया- मनीष सिसोदिया
बुराड़ी विधानसभा के संत नगर में जनता से सीधा संवाद करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि जितने महीने मैं जेल में रहा, हमारे कार्यकर्ताओं ने मेरा हौसला बनाए रखा। सभी ने मेरे परिवार का हौसला बढ़ाया। मेरी पत्नी और वकीलों के माध्यम से मुझे संदेश भेजा कि आप हिम्मत मत हारना, हम डटे हुए हैं। आपके प्यार और सम्मान की बदौलत वो 17 महीने ऐसे लग रहे हैं, जैसे मेरे साथ हुआ भी था या नहीं। सब कल की बात हो गई है। जब मैं जेल से बाहर आया, तो जोश से भरा था। यह देखकर भाजपा के चेहरे मुरझा गए और उनका जोश गायब हो गया। भाजपा वाले कहने लगे कि ये ऐसे जोश से भरे हुए हैं, जैसे केस से छूट गए, इतने मुस्कुरा रहे हैं। लेकिन जिसने गलत नहीं किया और जिसकी कुनबा उसके साथ होता है, वो ऐसे ही मुस्कुराता है।
आज भाजपा वालों की मुझसे नजरें मिलाने की हिम्मत नहीं हो रही- मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैंने कुछ गलत नहीं किया था, इसलिए मैं नहीं टूटा और हिम्मत से काम लिया। जेल में थोड़ा कष्ट तो होता है। 52 डिग्री तापमान में भी केवल एक पंखा चलता था और मैं नीचे दरी पर सोता था, तो थोड़ी तकलीफ होती थी। लेकिन फिर अंदर से आवाज आती थी कि जिन बच्चों की शिक्षा के लिए लड़ाई लड़ी है उसके लिए ये करना ही पड़ेगा। मैं कोई पहला इंसान नहीं हूं जो ये कर रहा है, जाने कितने लोगों ने किया है। जब मैंने कुछ गलत नहीं किया तो मैं क्यों डरूं और बाहर जब मेरे साथी लड़ाई लड़ रहे हैं तो मैं क्यों टूटूं। इसलिए मैं न डरा और न ही टूटा। भाजपा वालों को लगा था कि मुझे 17 महीने जेल में रखेंगे तो रोता और बुझा हुआ बाहर आएगा। लेकिन मैं इनकी आंख में आंख मिलाकर आया हूं, आज भाजपा वालों की हिम्मत नहीं हो रही है कि वो मुझसे नजरें मिला लें।
तीर्थयात्रा पर जाने वाले भाजपा नेताओं के बुजुर्ग माता-पिता भी कहते थे, केजरीवाल तो ठीक ही कर रहा है, हमारे बच्चे ही गलत कर रहे हैं- मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के स्कूलों में केवल आम आदमी को वोट देने वालों के बच्चे ही नहीं, बल्कि भाजपा वालों के बच्चे भी पढ़ते हैं। अरविंद केजरीवाल और मुझे गाली देकर, हमारे और आम आदमी पार्टी के बारे में झूठ फैला कर जब भाजपा का नेता घर जाता था, तो उसका बच्चा पूछता था कि पापा, सरकारी स्कूल तो मेरा भी ठीक हुआ है, फिर आप झूठ बोल कर क्यों आए हैं? उनके बच्चे पूछते थे कि मनीष सिसोदिया तो हमारे स्कूलों के लिए अच्छा काम कर रहे हैं, फिर आप उन्हें जेल क्यों भिजवा रहे हो? इन सवालों पर भाजपा वालों की आंखें झुक जाती थीं। भाजपा के घरवालों से लेकर जब उनके घर में काम करने वाले लोग बस में यात्रा करते थे और उन महिलाओं का किराया नहीं लगता था, तो उनके घरवाले भी कहते थे कि हमारा भाई, पति या बेटा जो भाजपा में है, वो अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के साथ गलत कर रहा है। दिल्ली में बुजुर्ग जब तीर्थ यात्रा के लिए जाते थे, तो उसमें भाजपा वालों के माता-पिता भी जाते थे। वहां उनके माता-पिता कहते थे कि अरविंद केजरीवाल काम तो अच्छा कर रहा है, हमारे बेटे जो बीजेपी में हैं उनके साथ गलत कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया दिल्ली के लिए अच्छा काम कर रहे हैं, उनका साथ देना चाहिए। मेरे बाहर आने से भाजपा वालों की आंखें नीचे हो गई हैं।
बाबा साहब ने ऐसा संविधान दिया है कि कोई कितनी भी तानाशाही कर ले, जीत संविधान और लोकतंत्र की ही होगी- मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैं जिस ऊर्जा और मुस्कान के साथ बाहर आया हूं, वो कुछ तो भी नहीं है। अभी अरविंद केजरीवाल जिस मुस्कान और तेज के साथ बाहर आएंगे, भाजपा वाले उनका सामना नहीं कर पाएंगे। अरविंद केजरीवाल जेल में कोई सजा भुगतने या भ्रष्टाचार के आरोप में नहीं गए, वो जेल भाजपा की साजिश और मक्कारी के कारण गए हैं। लेकिन वो जेल में सजा नहीं काट रहे हैं, बल्कि जेल में बैठकर देश और दिल्ली के लिए तपस्या कर रहे हैं। वो तपस्वी जब बाहर आएगा तो पता चलेगा कि तपस्या का तेज क्या होता है। जब वो बाहर आएंगे, तो भाजपा उनके सामने खड़े होने की हिम्मत नहीं कर पाएगी। भाजपा वालों ने बहुत मेहनत की कि हमें किसी तरह दिल्ली के चुनाव से पहले बाहर न निकलने दें। लेकिन आज़ादी की लड़ाई लड़ने वाले हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और फिर बाबा साहब अंबेडकर ने हमको ऐसा संविधान दिया कि कोई तानाशाह कितनी भी तानाशाही कर ले, लेकिन अंत में जीत संविधान और लोकतंत्र की होती है। मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज मैं बाहर हूं तो केवल बाबा साहब अंबेडकर और उनके संविधान की वजह से बाहर हूं। और कल अरविंद केजरीवाल भी बाहर होंगे, तो बाबा साहब के संविधान की वजह से ही बाहर होंगे। इसलिए हमें इस संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ना होगा। संविधान कोई चुनाव के समय दिया जाने वाला जुमला या महज एक किताब नहीं है। संविधान इस देश के हर नागरिक का अधिकार है। जब कोई तानाशाह गलत काम करने लगे तो उस वक्त संविधान लोगों की रक्षा करता है। इस देश को तानाशाही से बचाने के लिए हमें लड़ना है। मैं बाहर आ गया हूं, अरविंद केजरीवाल अभी तपस्या कर रहे हैं।
बिना टूटे और बिना झुके ‘‘आप’’ अपने सबसे बड़े संकट से बाहर आ गई है- मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैं जेल में बैठकर टीवी पर देखता था कि हमारे कार्यकर्ता जगह-जगह धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। मैंने अंदर कोई खास कष्ट नहीं उठाए, लेकिन आपने बाहर बहुत कष्ट उठाए हैं। लेकिन आम आदमी पार्टी अपने सबसे बड़े संकट से बाहर आ गई है। हमें इस बात का गर्व है कि इस दौरान हम न टूटे और न ही झुके। आम आदमी पार्टी के विधायकों, पार्षदों और नेताओं पर तरह-तरह के आरोप लगाए गए। हम हर संकट से निकल कर बाहर आए। भाजपा की मनोहर कहानी के संकट से भी जिस दिन बाहर निकलकर आएगी, तो लोग कहेंगे कि आम आदमी पार्टी वालों को अगर काली कोठरी में भी बंद कर दो तो बिना कालिख लगाए बाहर आ जाते हैं। यह इतिहास में आम आदमी पार्टी की ऐसी परीक्षा होगी कि लोग भविष्य में हमारी ईमानदारी का उदाहरण देंगे। आप सभी को इस इतिहास का हिस्सा बनने के लिए बहुत-बहुत बधाई।
शिक्षा क्रांति के जनक मनीष सिसोदिया का गर्मजोशी से हुआ स्वागत
बुराड़ी के संतनगर में पदयात्रा के दौरान मनीष सिसोदिया का लोगों ने फूल मालाओं और बच्चों ने गुलाब का फूल देकर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। कार्यकर्ताओं के साथ आगे बढ़ते हुए सिसोदिया हर दुकानदार, महिला, युवा, बुजुर्ग और बच्चों से बात करके उनका हाल-चाल पुछते रहे। अपने प्रिय नेता को देखकर कई लोगों ने उन्हें गले लगाया, कई युवाओं और बच्चों ने पैर छूए। इस दौरान कई लोगों ने उनके साथ तस्वीरें खिंचाई। मनीष सिसोदिया ने हाथ जोड़कर सभी के प्यार और स्नेह के लिए धन्यवाद कहा।
बजुर्गों ने दिया आशीर्वाद, कहा, ‘‘मेरा बच्चा आ गया’’
पदयात्रा के दौरान लोगों के बीच पहुंचे शिक्षा क्रांति के जनक मनीष सिसोदिया को बुजुर्गों ने खूब आशीर्वाद दिया। इस दौरान एक बुजुर्ग महिला ने सिसोदिया को दुलारते हुए कहा कि मेरा बच्चा वापस आ गया। और उनकी पीठ थपथपाई। मनीष सिसोदिया ने सिर झुकाकर उन्हें नमन किया और कहा अब सब ठीक हो जाएगा। एक अन्य महिला ने कहा कि अब अरविंद केजरीवाल को भी ऐसे ही बाहर लाना है।
महिला ने कहा, हमने आपके लिए प्रार्थना की और अब केजरीवाल के लिए कर रहे
मनीष सिसोदिया को दिल्लीवालों से ढेर सारा प्यार मिल रहा है। कई लोग उनकी रिहाई के लिए लंबे समय से दुआ कर रहे थे। इसी बीच, एक महिला ने मनीष सिसोदिया से मिलकर कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है और आपकी रिहाई से हमें बहुत खुशी हुई है। उसने बताया कि हम आपके के लिए लगातार प्रार्थना कर रहे थे और अब अरविंद केजरीवाल के लिए भी प्रार्थना कर रहे हैं। मनीष सिसोदिया ने इस पर धन्यवाद देते हुए कहा कि दुआओं में बहुत ताकत होती है
मनीष सिसोदिया ने बच्चों से जाना पढ़ाई-लिखाई का हाल
बुराड़ी में पदयात्रा के दौरान बड़ी संख्या में बच्चे शिक्षा क्रांति के जनक मनीष सिसोदिया से मिलने के लिए पहुंचे। बच्चों ने गुलाब का फूल देकर उनके स्कूल सुधारने के लिए सिसोदिया को धन्यवाद कहा। इस दौरान पूर्व शिक्षा मंत्री ने बच्चों से उनकी पढ़ाई-लिखाई के बारे में पूछा। सिसोदिया ने उन्हें ध्यान से पढ़ाई करने के लिए कहा और अच्छे भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया।
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