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दिल्ली की कानून-व्यवस्था एलजी की इकलौती जिम्मेदारी है- प्रियंका कक्कड़

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के खाली पदों को नहीं भरने पर एलजी पर निशाना साधा है। ‘‘आप’’ की मुख्य प्रवक्ता Priyanka Kakkar (प्रियंका कक्कड़) ने कहा कि सीएम केजरीवाल और उनकी सरकार को बदनाम करने के लिए भाजपा के एलजी डॉक्टरों के खाली पदों को नहीं भर कर रहे हैं। जबकि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज 19 अप्रैल 2023, 6 जून 2023, 2 फरवरी 2024 और 25 जून 2024 को पत्र लिखकर उनसे इन खाली पदों को भरने का अनुरोध कर चुके हैं। सरकारी अस्पतालों में 292 नॉन टीचिंग स्पेशलिस्ट व 234 जनरल मेडिकल ऑफिसर के पद खाली हैं और इसके चलते मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है, लेकिन भाजपा को दिल्लीवालों के स्वास्थ्य से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने एलजी के कमज़ोर कंधों पर बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी डाल दी है, जो उनसे संभल नहीं रही है। कम पढ़ी-लिखी भाजपा सरकार के अनुयायियों को भी पता है कि केंद्र ने दिल्ली सरकार से ट्रांसफर पोस्टिंग की छीन ली है। हमारी मांग है कि सर्विसेज वापस हमें दे दिया जाए, ताकि हम डॉक्टर्स की नियुक्ति कर सकें।

आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ और विधायक दुर्गेश पाठक ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में संयुक्त प्रेसवार्ता की। प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि भाजपा ने एलजी के कमजोर कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी दे दी है। भाजपा के एलजी बिल्कुल अयोग्य हैं, उन्हें दिल्ली की 70 विधानसभाओं के नाम तक नहीं मालूम होंगे। उनके पास केवल दिल्ली की कानून व्यवस्था को संभालने की जिम्मेदारी थी, लेकिन उसमें भी वो पूरी तरह फेल रहे हैं। एक संवैधानिक पीठ के फैसले को पलटते हुए भाजपा की केंद्र सरकार ने एक गैर कानूनी बिल पास कराकर अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग की शक्ति दिल्ली सरकार से छीन ली। जिसका नतीजा यह है कि आज दिल्ली में 292 नॉन टीचिंग स्पेशलिस्ट और 234 जनरल मेडिकल ऑफिसर की कमी है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने 19 अप्रैल 2023, 6 जून 2023, 2 फरवरी 2024 और 25 जून 2024 को लगातार एलजी साहब को पत्र लिखकर इन पदों को भरने का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि इनकी कमी के चलते सरकारी अस्पतालों में मरीजों का इलाज करने में दिक्कत आ रही है। लेकिन एलजी साहब ने इस विषय पर चुप रहे और कुछ नहीं किया। बाद में उन्होंने सूत्रों के हवाले से बताया कि ये जिम्मेदारी उनकी थी ही नहीं।

प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि एलजी साहब ने केवल दिल्ली के काम ठप्प करने की कोशिश की है। अपने कामों में उनकी कोई रुचि नहीं है। वो ये काम कर ही नहीं सकते। एलजी साहब खुद दिल्ली से बाहर के हैं, उन्होंने अभी तक पूरी दिल्ली को सही से देखा भी नहीं है। इसलिए उन्हें नहीं पता कि दिल्ली की जिम्मेदारी कैसे उठानी है। अब भाजपा के समर्थक भी अच्छे से जानते हैं कि दिल्ली में अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग केंद्र की भाजपा सरकार और उसके एलजी के अधीन आती है। संवैधानिक पीठ का यह फैसला पलटना भी गैरकानूनी था। देश का कानून कहता है कि सरकार संवैधानिक पीठ के फैसले को संसद में नहीं पलट सकती है। दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में इसकी याचिका लगाई है। 10 जुलाई 2024 को हमने कोर्ट से आग्रह किया था कि इस नकारात्मक राजनीति की वजह से दिल्ली की जनता के काम प्रभावित हो रहे हैं। इसलिए कोर्ट इस केस पर जल्द सुनवाई करे। सुप्रीम कोर्ट ने भी हमें इसका आश्वासन दिया है।

प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि सर्विसेज छीनने के बाद अगर एलजी इसे सही से नहीं चला पा रहे है।ं इसलिए सर्विसेज दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को वापस दे दें। क्योंकि हमारे हेल्थ और एजुकेशन सिस्टम की देश-विदेश में चर्चा है। देशभर से लोग इलाज कराने के लिए दिल्ली आते हैं, क्योंकि यूपी, मध्य प्रदेश, हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों का बेकार हेल्थ सिस्टम अब किसी से छिपा नहीं है। केवल अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार को बदनाम करने के लिए ये लोग जानबूझकर इन डॉक्टर्स की भर्ती नहीं कर रहे हैं। भाजपा इतनी गिरी हुई राजनीति कर रही है कि उसे जनता के स्वास्थ्य से भी कोई मतलब नहीं है। एलजी को सिर्फ अपनी राजनीति करनी है। सभी को पता है कि दिल्ली में सर्विसेज एलजी के पास है। इसलिए हमारी मांग है कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में खाली पदों पर डॉक्टरों की नियुक्ति जल्द करें और अपनी गंदी राजनीति छोड़ दें। एलजी अपनी जवाबदेही को स्वीकार करें और अगर उनसे नहीं होपा रहा है तो सर्विसेज दिल्ली सरकार को वापस कर दें। हम यह जिम्मेदारी निभाकर दिखाएंगे, जैसे पहले निभा रहे थे।

प्रियंका कक्कड़ ने ट्वीट कर कहा कि एलजी के कमज़ोर कंधों पर भाजपा ने बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी डाल दी है जो उनसे संभल नहीं रही। कम पढ़ी-लिखी सरकार के अनुयायियों को भी पता है की ट्रांसफर पोस्टिंग और सर्विसेज भाजपा ने एक असंवैधानिक तरीक़े से दिल्ली सरकार से छीन ली। मामला अब सुप्रीम कोर्ट में लंबित है और सुप्रीम कोर्ट ने आश्वासन दिया है कि उस पर जल्द सुनवाई होगी। तब तक सर्विसेज हमे वापस दे दीजिए, ताकि हम डॉक्टर्स की नियुक्ति कर सकें। केजरीवाल सरकार के हेल्थ मॉडल को भाजपा के उत्तर प्रदेश और हरियाणा जैसा नहीं बनने देंगे।

वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता और विधायक दुर्गेश पाठक ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर कहा कि दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज और आम आदमी पार्टी ने मुद्दा उठाया था कि एलजी साहब ने आशा किरण शेल्टर होम की जिम्मेदारी एक ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को दे रखी है जो 5 साल तक सस्पेंड रहा और उसके खिलाफ सीबीआई जांच चल रही है। एलजी साहब पहले तो इस विषय पर खामोश रहे लेकिन बाद में उन्होंने सूत्रों के माध्यम से खबर चलवाई कि उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है। जबकि पिछले साल जब सुप्रीम कोर्ट ने अधिकारियों की ट्रांसफर और पोस्टिंग की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार के पास रखी थी, तो केंद्र की भाजपा सरकार ने संसद में बिल लाकर दिल्ली सरकार का यह अधिकार छीनकर अपने पास रख लिया। उन्होंने कहा था कि अब अधिकारियों की ट्रांसफर, पोस्टिंग से लेकर उन पर जो भी कार्रवाई होगी, वो केंद्र की भाजपा सरकार अपने उपराज्यपाल के माध्यम से लेगी।

दुर्गेश पाठक ने कहा कि यह मुद्दा बेहद गंभीर है, दिल्ली के एलजी को इस पर जवाब देना चाहिए। क्योंकि शेल्टर होम के लोगों को खराब भोजन, पानी और सही इलाज न मिलने की वजह से उनकी मौत हुई है। यह पूरी तरह से मानवता के खिलाफ है। लेकिन भाजपा और एलजी साहब इस पर कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। भाजपा जवाब देने से भाग रही है। एलजी साहब अभी तक एक बार भी उस शेल्टर होम का दौरा करने नहीं गए। उन्होंने किसी अधिकारी को सस्पेंड या ट्रांसफर नहीं किया। एलजी साहब को इस मामले की गंभीरता समझनी चाहिए।

दुर्गेश पाठक ने कहा कि आज पूरी दिल्ली के अंदर ये देखा जा रहा है कि एलजी साहब अपने अधिकारियों के माध्यम से दिल्ली को बर्बाद करने में लगे हुए हैं। अभी सिविल लाइन में डीडीए 70-80 साल पुराने घरों को तोड़ रहा है। विभाजन के समय पाकिस्तान से भारत आकर बसे लोग वहां रहते हैं। वो लोग इतने लंबे समय से बसे हुए हैं और आज ये अधिकारी उनके घर तोड़ रहे हैं। भाजपा ने पूरी तरह तय कर लिया है कि दिल्ली को पूरी तरह से बर्बाद करना है। लेकिन आम आदमी पार्टी ऐसा नहीं होने देगी। हमारा 12-13 साल का इतिहास कई आंदोलनों से भरा हुआ है। हमारी पार्टी पर सबसे ज्यादा अत्याचार हुए, हमारे नेताओं को जेल में डाला गया, लेकिन फिर भी हम डटे हुए हैं और जनता के लिए शानदार काम कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल देश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं। एलजी साहब जो ओछी राजनीति कर रहे हैं उससे केवल उनका नाम और भविष्य खराब हो रहा है। भगवान सबका हिसाब रख रहा है। उनके पास अभी भी वक्त है वो राजनीति करना छोड़कर दिल्ली के लोगों के भले के लिए काम करें। इन भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण देना बंद करें और इन्हें तुरंत बाहर निकालें।

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