Madina में बिना हिजाब स्मृति ईरानी, पाकिस्तान और भारत के ‘हिजाबपसंदों’ के मुंह पर तमाचा
Madina मोदी सरकार की एक मंत्री ने पाकिस्तान, मालदीव सहित भारत के उन हिजाब पसंदों और कट्टरपंथियों के मुंह पर करारा तमाचा मारा है जो मुसलमानों के तुष्टिकरण में लगे रहते हैं और वैमनस्यता बढ़ाने की साजिश करते रहते हैं। मोदी सरकार की इस मंत्री का नाम है स्मृति ईरानी है। स्मृति ईरानी ने सरकारी यात्रा के दौरान न केवल मदीना में हज सम्मेलन का उद्घाटन किया बल्कि वो मदीना मस्जिद भी गईं। इस दौरान उन्होंनें किसी तरह का स्कार्फ या हिजाब भी नहीं लगा रखा था। स्मृति ईरानी की इन तस्बीरों से साफ हो गया है कि यूएई ही नहीं बल्कि सऊदी अरब शासन और मक्का मदीना के मुसलमान कितनी प्रोग्रेस कर चुके हैं। एक भारत के सियासी नेता हैं जो स्कूलों में भी हिजाब लगाने के आदेश पारित कर रहे हैं और हिजाब पर पाबंदी को शरिया के खिलाफ बताकर मुसलमानों को बरगलाने की साजिश कर रहे हैं।
बहरहाल, पकिस्तान और मालदीव को इसका अहसास भी हो चुका होगा और आगे भी होता रहेगा। दुनिया भर की मीडिया में इस वक्त दो तस्वीरें बार-बार दिखाई जा रही हैं जो पाकिस्तान-मालदीव को फूटे आंख नहीं सुहा रहीं होंगी। वो दो तस्वीरें हैं। पहली गुजरात में मोदी-नाह्यान की तस्तवीर और सऊदी अरब की मदीना मस्जिद में स्मृति ईरानी की तस्वीर।
मालदीव के नए राष्ट्रपति मोइज्जू को भी शायद समझ आ रहा होगा कि मुस्लिम वर्ल्ड में भारत की कितनी साख है। जिसको छोड़कर वो मुस्लिम विरोधी चीन के रेशमी दुपट्टे में शरण लेने चले गए हैं। मोइज्जू के लिए भारत विरोध मुसीबत बनता जा रहा है। उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की तैयारी हो चुकी है। अभी तो चीन में हैं तो इतना विरोध है। जब वो वापस लौटेंगे तो पता नहीं उनको क्या-क्या झेलना पड़े और न जाने कि उन्हें अपनी कुर्सी भी गंवानी पड़े।
फिलहाल चर्चा में स्मृति ईरानी हैं जिन्होंने मंगलवार को मदीना में तीसरे हज एवं उमरा सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में भाग लिया। ईरानी ने सऊदी अरब के हज एवं उमरा मामलों के मंत्री तौफीक से भारतीय हज यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाओं के सहयोग के लिए संभावनाओं पर बात की। स्मृति ईरानी ने कहा कि सऊदी के हज एवं उमरा मामलों के मंत्रालय के निमंत्रण के लिए आभारी हूं, जो हमारे साझा मूल्यों के महत्व को रेखांकित करता है। उन्होंने प्रिंस सऊद बिन मिशाल बिन अब्दुलअजीज अल सऊद और हज एवं उमराह मंत्री तौफीक बिन फौजान अल राबिया के साथ एक बैठक की।
मंगलवार को ही मोदी और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने अहमदाबाद में रोड शो किया। रोड शो से पहले मोदी ने यूएई के राष्ट्रपति का यहां सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर स्वागत किया। कार में बैठे दोनों नेताओं ने सड़क के किनारे बड़ी संख्या में खड़े लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। हवाई अड्डे से शुरू होकर इंदिरा ब्रिज तक तीन किलोमीटर तक चला यह रोड शो करीब 15 मिनट का था।