Gandhi Jayanti: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी की 154वीं जयंती के मौके पर कहा है कि गांधी जयंती के विशेष अवसर पर मैं महात्मा गांधी को नमन करता हूं। उनकी कालजयी शिक्षाएं हमारा पथ आलोकित करती रहती हैं। पीएम मोदी ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की।
पीएम मोदी ने ट्विटर पर पोस्ट कर लिखा कि ‘गांधी जयंती के विशेष अवसर पर मैं महात्मा गांधी को नमन करता हूं। उनकी कालजयी शिक्षाएं हमारा पथ आलोकित करती रहती हैं। महात्मा गांधी का प्रभाव वैश्विक है, जो संपूर्ण मानव जाति को एकता और करुणा की भावना को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। हम सदैव उनके सपनों को पूरा करने की दिशा में काम करते रहें।
उनके विचार प्रत्येक युवा को उस परिवर्तन का वाहक बनने में सक्षम बनाएं जिसका उन्होंने सपना देखा था, जिससे सर्वत्र एकता और सद्भाव को बढ़ावा मिले।’
दिल्ली महात्मा गांधी की 154वीं जयंती पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की। इसके अलावा उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को कहा कि महात्मा गांधी की मजबूत और जीवंत विचारधारा दुनिया के लिए हमेशा प्रासंगिक बनी रहेगी। मुर्मू ने लोगों से देशहित में उनकी विचारधारा और शिक्षाओं का अनुसरण करने का भी आह्वान किया। गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘गांधी जी की सत्य और अहिंसा के आदर्शो ने दुनिया के लिए नया मार्ग प्रशस्त किया है। गांधी जी ने अपने पूरे जीवन में न केवल अंहिसा के लिए लड़ाई लड़ी, बल्कि उन्होंने स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और किसानों के अधिकारों के लिए भी काम किया।
वह अस्पृश्यता, सामाजिक भेदभाव और निरक्षरता के खिलाफ लड़ें।’ उन्होंने कहा कि गांधी जी ने लोगों को स्वतंत्रता संघर्ष में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया और बड़े आंदोलन का नेतृत्व किया, जिसने इतिहास की धारा बदल दी और आजादी मिली।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘मैं सभी नागरिकों की ओर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 154वीं जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं।’ उन्होंने कहा कि मार्टिन लूथर किंग जूनियर, नेलसन मंडेला, बराक ओबामा और दुनिया के कई अन्य नेता गांधी जी के विचारों से प्रभावित हुए। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘गांधीजी की मजबूत और जीवंत विचारधारा हमेशा दुनिया के लिए प्रासंगिक रहेगी।
आइए, खुद को देश के कल्याण के लिए समर्पित करने के वास्ते गांधी जयंती के इस पावन अवसर पर हम उनके मूल्यों और शिक्षाओं को अपने विचारों, वाणी और कार्य में शामिल करने का संकल्प लें।’
भारत के इतिहास में दो अक्टूबर की तारीख का खास महत्व है। यह तारीख देश की दो महान विभूतियों के जन्मदिन के तौर पर इतिहास के पन्नों में दर्ज है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म दो अक्टूबर 1869 को हुआ था। उनके कार्यों तथा विचारों ने देश की स्वतंत्रता और इसके बाद आजाद भारत को आकार देने में बड़ी भूमिका निभाई। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म दो अक्टूबर 1904 को हुआ था।
उनकी सादगी और विनम्रता के लोग कायल थे। उन्होंने वर्ष 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान ‘जय जवान जय किसान’ का नारा दिया था।