Yogiraj का बैंग्लुरु एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत ‘जयश्रीराम’ से गूंजा हवाई अड्डा
अयोध्या धाम में प्राण प्रतिष्ठापित रामलला के विग्रह के शिल्पकार अरुण Yogiraj का बुधवार को बैंग्लुरू पहुंचने पर जोरदार स्वागत हुआ।योगीराज की मूर्ति अयोध्या मंदिर ट्रस्ट द्वारा शॉर्टलिस्ट की गई तीन मूर्तियों में से एक थी।
जैसे ही मूर्तिकार यहां केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे, बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता माला लेकर उनका स्वागत करने के लिए उमड़ पड़े। उन्होंने ‘जय श्री राम’ और ‘योगिराज जिंदाबाद’ के नारों के बीच उन पर फूलों की वर्षा की। उन्होंने कहा कि मूर्तिकार ने भगवान राम की मूर्ति बनाकर राज्य और अपने शहर मैसूर को गौरवान्वित किया है, अब शताब्दियों पर्यंत विश्वभर के श्रद्धालु पूजा करेंगे।
हवाई अड्डे के लाउंज में मौजूद योगिराज की पत्नी विजेता ने कहा कि वह बेहद खुश हैं कि उनके पति ने एक इतिहास रचा है। मैसूर के रहने वाले एमबीए ग्रेजुएट योगीराज ने अपने लिए एक अलग पहचान बनाई है।
उन्होंने अयोध्या मंदिर के लिए राम लला की प्रभावशाली 51 इंच की मूर्ति, इंडिया गेट के पास 28 फीट ऊंची नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति और केदारनाथ में 12 फीट ऊंची आदिगुरु शंकराचार्य की मूर्ति बनाई है। तीनों प्रतिमाओं का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
योगीराज के बनाए गए विग्रह के लगभग 15 लाख लोग पहले तीन दिन में दर्शन कर चुके हैं। लगभग 3 लाख लोग हर रोज दर्शन कर रहे हैं। ऐसा भी बताया जा रहा है कि विग्रह के दर्शन के बाद श्रद्धालुओं ने दान देने का भी रिकॉर्ड बना दिया है। दो दिनों में साढे़ तीन करोड़ रुपये से ज्यादा का दान दिया है। पहले दिन हुई अव्यवस्था के बाद अयोध्या के सभी रास्तों को सील कर दिया गया है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। विशेष बस सेवा और रेलसेवाओं को भी स्थगित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी मुख्यमंत्रियों को संदेश भेज कर कहा है कि वो अयोध्या आने का कार्यक्रम फिल्हाल स्थगित कर दें। इसके अलावा ऑनलाइन दर्शन रिजर्वेशन की व्यवस्था को बंद कर दिया गया है। योगी ने कहा कि कोई भी वीआईपी बिना सूचना दिए अयोध्या न आए। कुछ दिन बाद श्रद्धालुओं का फ्लो कुछ कम हो जाएगा तो सभी को व्यवस्थित रूप से दर्शन करवाए जाएंगे।