Ukraine-Russia War: यूक्रेन के 90 फीसदी हथियार  फेल, रूस ने जाम किए अमेरिकी सेटेलाइट

Ukraine-Russia War रूस-यूक्रेन वॉर में नया मोड़ आ गया है। अमेरिका के अत्याधुनिक हथियारों के बावजूद यूक्रेन लगातार अपनी जमीन रूस के हाथों खोता जा रहा है। यही कारण है कि नाटो सैनाएं माहौल तो बना रही हैं लेकिन रूस के खिलाफ सीधे मैदान में उतरने का साहस नहीं जुटा पा रही हैं। इसका सबसे अहम कारण यह है कि रूस ने अमेरिकी स्वचलित और लेजर गाइडेड हथियारों को जाम कर दिया है। मतलब यह कि रूस ने अमेरिका के मिलिटरी सेटेलाइट पर कब्जा कर लिया है। यह जानकारी किसी और ने नहीं बल्कि अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने जारी की है।

वाशिंगटन पोस्ट ने कीव के सैन्य अधिकारियों और आंतरिक गोपनीय आंकलन रिपोर्ट के माध्यम से हासिल जानकारी के आधार पर कहा है कि अमेरिकी निर्मित उपग्रह-निर्देशित हथियार रूसी जैमिंग तकनीक का सामना करने में विफल रहे हैं, जिसके कारण जंग-ए-मैदान में कीव की मारक क्षमता नगण्य हो गई है। हथियारों और सैन्य शक्ति की हानि कम करने के लिए कीव ने अमेरिका और पश्चिमी देशों से मिले हथियारों का उपयोग बंद कर दिया है।

रूस जिन आधुनिक पश्चिमी हथियारों की मार्गदर्शन प्रणालियों को जाम किया है ,उसमें एक्सकैलिबर जीपीएस-निर्देशित तोपखाने और हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम या HIMARS शामिल हैं, जो 50 मील तक की सीमा वाले कुछ अमेरिकी निर्मित रॉकेट दाग सकते हैं। यही कारण है कि यूक्रेन की अपने क्षेत्र की रक्षा करने की क्षमता को कम हो गई है। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अमेरिका और नाटो देशों से कहा है कि वो ऐसे अत्याधुनिक हथियार दें जो रूस की जैमिंग टेक्नोलॉजी का सामना कर सके या उसे निष्फल कर सकें।

रूस की उच्च तकनीक वाले हथियारों का मुकाबला करने की क्षमता के यूक्रेन और उसके पश्चिमी समर्थकों के लिए दूरगामी निहितार्थ हैं – संभावित रूप से चीन और ईरान जैसे
अमेरिविरोधियों के लिए एक सुरक्षा-प्रतिरक्षा इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया करवाना है।
पश्चिमी देशों के अन्य मीडिया हाउसों ने रूस की बेहतर इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताओं का वर्णन किया है। इनमें से एक द पोस्ट द्वारा प्राप्त दस्तावेजों में पहले से अप्रकाशित विवरण शामिल हैं जिसमें बताया गया है कि किस हद तक रूसी जैमिंग टेक्नोलॉजी ने पश्चिमी हथियारों को विफल कर दिया है।

मूल्यांकन में पाया गया कि “मौजूदा संस्करणों में एक्सकैलिबर तकनीक ने अपनी क्षमता खो दी है,” और कहा कि यूक्रेन में युद्ध के अनुभव ने “एक शॉट, एक लक्ष्य” हथियार के रूप में इसकी प्रतिष्ठा को गलत साबित कर दिया है – कम से कम तब तक जब तक पेंटागन और यू.एस. निर्माता इस मुद्दे को हल नहीं कर लेते।

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