ICC: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद-आईसीसी बोर्ड ने श्रीलंका क्रिकेट की सदस्यता तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी है।
मीडिया की खबरों के अनुसार, आईसीसी की कल हुई बैठक में यह पाया गया कि श्रीलंका क्रिकेट ने सदस्य के रूप में अपने कर्तव्यों का उल्लंघन किया है। बोर्ड ने कहा कि श्रीलंका
क्रिकेट बोर्ड स्वायत्त तरीक़े से काम नहीं कर पा रहा है और क्रिकेट के प्रबंधन, विनियमन और प्रशासन में सरकारी हस्तक्षेप किया जा रहा है जो नियमों का उल्लंघन है। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आईसीसी बोर्ड निलम्बन की शर्तें जल्दी ही तय करेगा।
श्रीलंका टीम के खराब प्रदर्शन पर मचा है बवाल
भारत के खिलाफ मिली करारी हार के बाद श्रीलंका सरकार ने क्रिकेट बोर्ड को बर्खास्त दिया था। श्रीलंका की संसद ने देश की क्रिकेट संचालन संस्था को बर्खास्त करने के लिए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया था। इसे सत्ता पक्ष और विपक्षी दल का समर्थन मिला।
इसके बाद खेल मंत्री रोशन रणसिंघे ने श्रीलंका क्रिकेट प्रबंधन को बर्खास्त कर दिया और अर्जुन रणतुंगा को क्रिकेट बोर्ड को संचालित करने के लिए सात सदस्यीय अंतरिम समिति का प्रमुख नियुक्त किया। इसके खिलाफ एसएलसी अदालत चला गया।
एसएलसी की दायर याचिका पर 24 घंटे के बाद कोर्ट ने सुनवाई करते हुए सरकार के फैसले पर रोक लगा दी और शम्मी सिल्वा की अध्यक्षता वाले श्रीलंका क्रिकेट प्रबंधन को बहाल कर दिया था।
सरकार के हस्तक्षेप से परेशान है आईसीसी
मामला यहीं नहीं रुका। गुरुवार को सरकार और विपक्ष ने संसद में संयुक्त प्रस्ताव लाकर श्रीलंका क्रिकेट प्रबंधन के अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग की। आईसीसी ने लगातार नियमों के उल्लंघन के चलते शुक्रवार को श्रीलंका क्रिकेट के मेंबरशिप रद्द कर दी। इस पूरे मामले पर आईसीसी अहमदाबाद में 18-21 नवंबर के बीच बैठक करेगी।
शुक्रवार को हुई वर्चुअल मीटिंग में आईसीसी श्रीलंका बोर्ड में वहां की सरकार के हस्तक्षेप से नाराज और चितिंत नजर आई। आईसीसी ने एसएलसी को अपने फैसले की जानकारी दे दी है। अगली बैठक में आईसीसी निलंबन की शर्तें और समय सीमा तय की जाएंगी।