China की जमीन से लेकर आसमान तक बहुत तेज हलचल हो रही है। चीन रूस अमेरिका को पीछे छोड़ सुपर पॉवर बनने की तेजी से बढ़ने की कोशिश कर रहा है। वो दुनिया का दूसरा दारोगा बनना चाहता है। अभी कुछ दिन पहले एक शौकिया खगोल शास्त्री स्कॉट टिली ने चीन के खुफिया अंतरिक्ष मिशन का खुलासा किया है वहीं यह भी माना जा रहा है चीन किसी ऐसे न्यूक्लिय हथियार के टेस्टिंग करने जा रहा है जो दुनिया में अब तक के न्यूक्लियर हथियारों में से सबसे ज्यादा खतरनाक हो सकता है।
China के गुप्त अंतरिक्ष अभियान से एक बार फिर अमेरिका के होश उड़ गए हैं। यह अंतरिक्ष विमान मानवरहित है और इसको कई बार इस्तेमाल किया जा सकता है। इसी तरह चीन अपने रेगिस्तानी इलाके में स्थित न्यूक्लियर फैसिलिटीज को फिर से डेवलप कर रहा है। इसी स्थान पर चीन ने साठ साल पहले परमाणु परीक्षण किया था। चीन की इन हरकतों से दुनिया भर में हलचल है। परमाणु गतिविधियों पर नजर रखने वाले इसलिए भारतीय रक्षा-सुरक्षा और अंतरिक्ष एजेंसियां भी चिंतित हैं और किसी भी संभावित खतरे से निपटने की तैयारियों में जुट गई हैं। हालांकि सरकार की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
अमेरिका के नेशनल जियोस्पेशियल-इंटेलिजेंस एजेंसी के पूर्व विश्लेषक रेनी बेबियार्ज़ ने लोप नूर में हाल के घटनाक्रम का खुलासा करते हुए कहा है कि टोही सैटेलाइट्स और चीन के परमाणु कार्यक्रम में उनकी विशेषज्ञता से पता चलता है कि पृथ्वी मे नए ड्रिल किए गए गहरे शाफ्ट चीन के बढ़ते शस्त्रागार के लिए नए परमाणु हथियारों के शोधन में तेजी ला सकते हैं।
वहीं, चीन के खुफिया अंतरिक्ष विमान के बारे में ऐसा माना जा रहा है कि चीन का यह विमान अमेरिकी गोपनीय जानकारियां एकत्र कर विमान उत्तरी अमेरिका के पश्चिमी तट के पास किसी जहाज या किसी छिपे हुए ग्राउंड स्टेशन को भेज रहा है। चीन के इस खुफिया अंतरिक्ष विमान की हरकतों का खुलाय, शौकिया खगोलशास्त्री स्कॉट टिली ने किया है। स्कॉट टिली ने नासा के एक उपगृह को खोजने में मदद की थी जो अंतरिक्ष में खो गया था। स्कॉट टिली ऐसी ही तमाम खोजों में लगे रहते हैं और अंतरिक्ष में हो ही गतिविधियों पर निगाह रखते हैं। स्कॉट टिली ने बताया कि जैसे ही इस विमान ने पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश किया वैसे ही वो इसकी निगरानी में जुट गए।
मार्क टिली के इस खुलासे की रिपोर्ट साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में छापी गई है। मार्क टिली ने बताया कि जब उन्होंने चीन के इस विमान को पहचाना तब वो , 2280 मेगाहर्ट्ज़ के सिग्नल फ्रीक्वेंसी फेंक रहा था। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने इस विमान को पहचाना उस वक्त वो ब्रिटिश कोलंबिया के ऊपर उड़ान भर रहा था।
टिली ने कहा, “मैं अपने ऊपर इसके रेडियो एमिशन के में एक पैटर्न देख रहा था और ऐसा प्रतीत हो रहा था कि यह कम ऊंचाई वाले पश्चिमी दर्रों की ओर बढ़ रहा था।
“टिली ने कहा कि यह उत्तरी अमेरिका के पश्चिमी तट पर या तट से दूर एक जहाज पर एक गुप्त ग्राउंड स्टेशन को संभवतः कोई संदेश भेज रहा था। उन्होंने कहा कि यह मेरा कयास हो सकता था। यह चीन का गुप्त मिशन पर छोड़ा गया यह अंतरिक्ष विमान ठीक वैसा ही है जैसे अमेरिका के सैन्य अंतरिक्ष विमान होते हैं।
स्विट्जरलैंड में रहने वाले टिली स्कॉट और उनकी टीम ऑप्टिकल-बैंड पर अंतरिक्ष निगरानी में विशेषज्ञता रखती हैं। उनका कहना था कि जब उन्होंने इस विमान को पहचाना उस वक्त इस गुप्त विमान मिशन के प्रक्षेपण की वजह से, कम से कम छह वस्तुएं अब पृथ्वी की निचली कक्षा में उड़ रही थीं।
टिली ने कहा कि छह वस्तुओं में अंतरिक्ष विमान भी शामिल था।,यह एक स्थिर ऊंचाई नियंत्रण के साथ बहुत उज्ज्वल दिख रहा था।
2020 में उनकी दो दिवसीय पहली उड़ान के बाद यह चीनी विमान का तीसरा मिशन। दूसरी उड़ान केवल नौ महीने तक चली। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले दो मिशनों के दौरान विमान ने अंतरिक्ष में रहस्यमयी वस्तुएं छोड़ी थीं।
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